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जयपुर, 28 मार्च (हि.स.)। बुजुर्ग और युवा दोनों के साथ समय बिताइए। आपको निश्चित तौर पर नए आइडिया मिलेंगे। अलग-अलग दृष्टिकोण के लोग हमें नया सिखाते हैं।
कुछ ऐसे ही प्रेरक उद्बोधन के साथ पद्म भूषण से सम्मानित एचडीएफसी के पूर्व चेयरपर्सन दीपक एस पारेख को जेके लक्ष्मीपत यूनिवर्सिटी में देशभर से आए स्टूडेंट्स, प्रोफेसर्स, वैज्ञानिक एवं बिजनेस पर्सन्स से रूबरू हुए। उन्हें यूनिवर्सिटी की ओर से प्रतिष्ठित जेकेएलयू लाॅरिएट अवाॅर्ड से नवाजा गया। जेके समूह के संस्थापक हरि शंकर सिंघानिया की स्मृति में राष्ट्रीय स्तर पर बेहतर योगदान के लिए ख्यातनाम हस्तियों को इस पुरस्कार से सम्मानित किया जाता है। जेकेएलयू लाॅरिएट अवार्ड का यह नौवा एडिशन था। इस अवार्ड से पूर्व प्रधानमंत्री डाॅ. मनमोहन सिंह, पूर्व राष्ट्रपति डाॅ. प्रणब मुखर्जी समेत अन्य नामचीन हस्तियों को सम्मानित किया जा चुका है। इस अवसर पर यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर चांसलर आरपी सिंघानिया एवं एचपी सिंघानिया के साथ जेकेएलयू के वाइस चांसलर प्रोफेसर धीरज सांघी ने यह पुरस्कार प्रदान किया। पारेख ने संबोधित करते हुए कहा कि फाइनेंशियल ग्रोथ एथिकल होनी चाहिए। हमें वित्तीय लालच और अहंकार से होने वाले खतरे से स्वयं को सुरक्षित रखना चाहिए। यही स्थाई सफलता का मार्ग प्रशस्त करता है। एथिक्स को दाव पर लगाकर की गई ग्रोथ के कोई मायने नहीं होते है।
हिन्दुस्थान समाचार/ दिनेश सैनी/ईश्वर