खेलों में डोपिंग विषय पर क्रीड़ा भारती की गोष्ठी आयोजित
जयपुर, 28 अप्रैल (हि.स.)। खेलों के माध्यम से चरित्र एवं चरित्र के माध्यम से राष्ट्र निर्माण के लक्ष्
Krida Bharti organized a seminar on the subject of doping in sports


जयपुर, 28 अप्रैल (हि.स.)। खेलों के माध्यम से चरित्र एवं चरित्र के माध्यम से राष्ट्र निर्माण के लक्ष्य के साथ समाज में खेल क्षेत्र में कार्य कर रहे सामाजिक संगठन क्रीड़ा भारती की राजस्थान इकाई ने महर्षि नारद सभागार, पाथेय भवन मालवीय नगर जयपुर में खेलों में डोपिंग (समस्या में समाधान) विषय पर प्रतिवर्ष की भांति गोष्ठी का आयोजन किया।

कार्यक्रम में क्रीड़ा भारती के अखिल भारतीय सहमंत्री रामानंद चौधरी, स्वर्णिम गुजरात खेल विश्वविद्यालय गांधीनगर गुजरात के कुलपति प्रोफेसर अर्जुन सिंह राणा, रॉयल ऑर्थोपेडिक एंड स्पोर्ट्स इंजरी सेंटर के डॉ. आशीष मित्तल, डॉ. रविंद्र सिंह राजपुरोहित, क्रीड़ा भारती के क्षेत्रीय संयोजक मेघ सिंह चौहान, क्रीड़ा भारती के प्रांत अध्यक्ष डॉ जीएल शर्मा, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के बाबूलाल आदि प्रमुख वक्ताओं ने खेलों में डोपिंग विषय पर अपने विचार रखें।

क्रीड़ा भारती के क्षेत्रीय संयोजक मेघ सिंह चौहान ने कार्यक्रम की प्रस्तावना रखते हुए कहा कि जिला स्तरीय प्रतियोगिताओं तक डोपिंग ने अपने पांव पसार लिए हैं। नाडा और वाडा जैसी एजेंसियां लगातार काम कर रही हैं फिर भी चूक हो रही है, यह चूक नहीं हो तथा वास्तविक योग्यता ही जीत का आधार बने इसी को लेकर इस विषय पर गोष्ठी रखी गई है।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रो. अर्जुन सिंह राणा ने कार्यक्रम का बीज भाषण रखते हुए घोषणा की कि क्रीड़ा भारती संगठन की ओर से स्वर्णिम गुजरात खेल विश्वविद्यालय में अध्ययन करने के लिए आने वाले विद्यार्थियों से फीस नहीं ली जाएगी। साथ ही डोपिंग रोके जाने हेतु उन्होंने जमीनी स्तर पर उच्च स्तरीय प्रयास करने का पर जोर दिया।

खेल व दवाओं का समन्वय समाप्त हो

क्रीड़ा भारती के प्रांत अध्यक्ष हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. जी एल शर्मा ने कहा कि खेल व प्रतिबंधित दवाइयों के बीच समन्वय समाप्त होना चाहिए।

जीतना ही सब कुछ नहीं बल्कि प्रतिभागिता ही जीत है

डॉ आशीष मित्तल ने डोपिंग के संबंध में विस्तार से चर्चा करते हुए जीत के दबाव को डोपिंग का मूल कारण बताया तथा इसके समाधान हेतु जीत ही सब कुछ है को प्रतिभागिता भी जीत है ऐसी धारणा जनमानस में बनाकर किया जा सकता है।

अंतिम सत्र में रविंद्र सिंह राजपुरोहित ने डोपिंग के तकनीकी पक्ष पर अपने विचार विस्तृत रूप से प्रस्तुत किए। कार्यक्रम के अंतिम सत्र में अतिथियों ने उपस्थित कार्यकर्ताओं, खिलाड़ियों एवं खेल प्रेमियों की डोपिंग संबंधी सवालों एवं समस्याओं का समाधान प्रस्तुत किया। कार्यक्रम में अंतरराष्ट्रीय स्क्वाॅश खिलाड़ी सुरभि मिश्रा, कैरम खिलाड़ी फजल अहमद, अभिनव, राजस्थान ओलंपिक एसोसिएशन के अध्यक्ष रामअवतार जाखड़, हैंडबॉल फेडरेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष तेजराज सिंह, योगा फेडरेशन ऑफ राजस्थान के अध्यक्ष कुलभूषण सहित राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय स्तर के अनेक खिलाड़ी, पूर्व खिलाड़ी, कोच आदि उपलब्ध थे।

हिन्दुस्थान समाचार/ दिनेश सैनी/ईश्वर