भोपाल में बढ़ी कुत्ते के काटने की घटनाएं, इस साल प्रथम तीन महीने में हुई 6728 घटनाएं
- कुत्ते के काटने की घटनाओं को नियंत्रित करने के लिए किए जा रहे प्रयास भोपाल, 28 मार्च (हि.स.)। भ
भोपाल में बढ़ी कुत्ते के काटने की घटनाएं, इस साल प्रथम तीन महीने में हुई 6728 घटनाएं


- कुत्ते के काटने की घटनाओं को नियंत्रित करने के लिए किए जा रहे प्रयास

भोपाल, 28 मार्च (हि.स.)। भोपाल शहर में कुत्ते एवं अन्य पशुओं के काटने की घटनाएँ सामने आ रही हैं। विगत वर्षों से कुत्ते काटने की घटनाओं में वृद्धि हुई है। शहर के विभिन्न अस्पतालों से प्राप्त सूचना के अनुसार वर्ष 2022 में कुत्ते काटने की कुल 8124 घटनाएँ हुई थी, जो वर्ष 2023 में बढ़कर 16387 हो गई। वर्ष 2024 के प्रथम तीन माहों में 6728 घटनाओं की रिपोर्ट प्राप्त हो चुकी है। यह जानकारी गुरुवार को जनसम्पर्क अधिकारी अरुण शर्मा ने दी।

उन्होंने बताया कि लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग द्वारा राष्ट्रीय रैबीज नियंत्रण कार्यक्रम के तहत आयुक्त नगर निगम की अध्यक्षता में रेबीज मुक्त शहर कार्यक्रम अंतर्गत सिटी टास्क फोर्स का गठन किया जिसकी प्रथम बैठक 19 जनवरी 2024 को की गई। इसके अतिरिक्त स्वास्थ्य विभाग द्वारा 17 अगस्त 2023 तथा 20 मार्च 2024 को नगर निगम के कर्मचारियों, डॉग हेन्डलर का प्री एक्सपोजर रैबीज वैक्सीनेशन करवाया गया। विभाग दवारा समन्वय स्थापित कर 20 एवं 21 मार्च 2024 को नगर निगम के डॉग हेन्डलर का दो दिवसीय प्रशिक्षण भी राज्य पशु चिकित्सालय में दिया गया।

भोपाल जिले के विभिन्न चिकित्सालयों में वर्ष 2020-2021 में 5523 एंटी रैबीज वैक्सीन वायल की खपत हुई थी जो वर्ष 2021-2022 में बढ़कर 7415 तथा वर्ष 2022-23 में 10446 हो गई। वर्ष 2023-24 में वर्षात होने के पूर्व ही 10 हजार से अधिक वैक्सीन वायल का उपयोग हो चुका है। इसके अतिरिक्त वर्ष 2020-2021 में केवल 5 वायल रेबीज इम्युनॉग्लोब्युलिन की खपत हुई थी, जो 2021-2022 में बढ़कर 51 तथा 2023-24 में वर्षात के पूर्व तक 65 वायल की खपत हो चुकी है।

लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग द्वारा राष्ट्रीय रैबीज नियंत्रण कार्यक्रम के तहत नगर निगम को लगातार सहयोग दिया जा रहा है, रैबीज वैक्सीन तथा रैबीज इम्युनॉग्लोब्युलिन की खपत में अप्रत्याशित वृद्धि होने के बावजूद भी इसकी उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है। कुत्ते काटने की घटनाओं को कम करने के लिए सतत प्रयास किये जा रहे हैं।

हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश