बुन्देलखंड के छह जिलों में श्री अन्न आधारित फ़ूड प्रोसेसिंग प्लांट बनाने का काम शुरू 
--झांसी, ललितपुर, बांदा, महोबा, जालौन और हमीरपुर में प्रोसेसिंग प्लांट के निर्माण का शुरू हो गया काम --श्री अन्न उगाने वाले किसानों को उद्यमिता के रास्ते पर ले जाने में मदद करेंगे प्रोसेसिंग प्लांट झांसी, 12 दिसम्बर (हि.स.)। उत्तर प्रदेश मिलेट्स पु
बुन्देलखंड के छह जिलों में श्री अन्न आधारित फ़ूड प्रोसेसिंग प्लांट बनाने का काम शुरू 


--झांसी, ललितपुर, बांदा, महोबा, जालौन और हमीरपुर में प्रोसेसिंग प्लांट के निर्माण का शुरू हो गया काम

--श्री अन्न उगाने वाले किसानों को उद्यमिता के रास्ते पर ले जाने में मदद करेंगे प्रोसेसिंग प्लांट

झांसी, 12 दिसम्बर (हि.स.)। उत्तर प्रदेश मिलेट्स पुनरोद्धार कार्यक्रम के अंतर्गत बुन्देलखंड के 6 जिलों में कृषि विज्ञान केंद्रों के माध्यम से मिलेट्स प्रसंस्करण, पैकेजिंग सह विपणन केंद्रों की स्थापना का काम शुरू हो गया है। इन केंद्रों का उद्देश्य श्री अन्न की खेती को बढ़ावा देना, किसानों की प्रोसेसिंग में मदद करना और उत्पादों को बाजार उपलब्ध कराने में मदद करना है। नवम्बर महीने में झांसी, बांदा और ललितपुर जिलों में मिलेट्स प्रोसेसिंग केंद्रों की स्थापना के लिए शिलान्यास हुआ जबकि दिसम्बर में महोबा, जालौन और हमीरपुर ज़िलों प्रोसेसिंग प्लांट के निर्माण का काम शुरू किया गया है।

बुन्देलखण्ड के 6 जिलों झांसी, बांदा, ललितपुर, महोबा, जालौन और हमीरपुर में कृषि विज्ञान केंद्रों का संचालन बांदा कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय के माध्यम से किया जा रहा है। इन्हें योगी सरकार ने प्रत्येक केंद्र पर मिलेट्स प्रसंस्करण, पैकेजिंग सह विपणन केंद्र की स्थापना के लिए 95 लाख रुपये प्रदान किया है। इन केंद्रों पर अत्याधुनिक प्रोसेसिंग मशीन को लगाया जाएगा, जिससे मोटे अनाज की बेहतरीन प्रोसेसिंग और पैकेजिंग हो सके। बुन्देलखण्ड की जलवायु के अनुकूल पाए जाने वाले मोटे अनाजों को उगाने और उनकी प्रोसेसिंग के लिए किसानों को प्रोत्साहित किया जाएगा।

बांदा कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय के निदेशक प्रसार डॉ एन के बाजपेयी के अनुसार पिछले महीने झांसी, ललितपुर और जालौन में प्रोसेसिंग केंद्रों का शिलान्यास किया गया। दिसम्बर महीने में महोबा, जालौन और हमीरपुर में भी केंद्रों के निर्माण के लिए शिलान्यास का काम हो गया। बुन्देलखंड की जलवायु के अनुकूल मोटे अनाजों की उपज के लिए किसानों को प्रोत्साहित किया करने और प्रोसेसिंग केंद्रों के माध्यम से प्रोसेसिंग, पैकेजिंग और मार्केटिंग में किसानों की मदद के उद्देश्य से यह कार्य किया जा रहा है।

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हिन्दुस्थान समाचार / महेश पटैरिया