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जयपुर, 31 अक्टूबर (हि.स.)। धन की देवी महालक्ष्मी के स्वागत के लिए छोटीकाशी दुल्हन की तरह सज-धज कर तैयार है। चारदीवारी रोशनी से जगमगा रही है। राजधानी का हर घर नए रूप में खुशियों की सतरंगी आभा बिखेर रहा है। हर गली, हर चौराहा रोशन हो उठा है। हर कोई खुशियों की दिवाली मनाने को उत्सुक है। परकोटे के अलावा के बाहर के बाजार भी गुलजार है। सैंकड़ों बाजारों में सामूहिक सजावट आकर्षण का केन्द्र बनी हुई है। छोटी दिवाली को भी हजारों लोग जयपुर की पहचान बन चुकी रोशनी देखने निकले।
दीपावली को बन रहे शश, कुलदीपक शंख और लक्ष्मी योग इस दिन को और अधिक समृद्धिदायक बना रहे हैं। माना जा रहा है कि शुभ योग के प्रभाव से दीपावली का की शुभता कई गुणा बढ़ जाएगी।
ज्योतिषाचार्य डॉ. महेन्द्र मिश्रा ने बताया कि दीपावली पर आज पहला शुभ मुहूर्त प्रदोष काल में शाम 5:36 से रात्रि 8:11 बजे तक रहेगा। दूसरा मुहूर्त शाम 6:25 मिनट से रात्रि 8:15 तक रहेगा। ये पूजन वृषभ लग्न में होगा।
ज्योतिषाचार्य पं. पुरुषोत्तम गौड़ ने बताया कि लक्ष्मी पूजन के साथ बही खातों का भी पूजन किया जाएगा। ऐसे में पहले बही खाते और रोकड़ पर सबसे रोली से पहले शुभ-लाभ के साथ भगवान श्री गणेशाय नमः: लिखे। हल्दी-चंदन से स्वास्तिक का निशान बनाएं। बही-खाते, पैन के मौली बांधे। आधुनिक गैजेट्स के मोली नहीं बांध सकें तो केवल अर्पित कर दें। कुमकुम या चंदन से तिलक कर अक्षत लगाएं। पूजा-अर्चना कर लक्ष्मी मां के सामने रख दें।
दीपावली शुभ मुहूर्त :
दीपावली पूजन का सर्वश्रेष्ठ मुहूर्त शाम 6:41 से 6:53 तक है। इसमें प्रदोष काल, स्थिर स्थिर वृष लग्न और कुंभ राशि का नवमांश है।
चौघडि़ए के अनुसार:
शाम 4:20 से रात्रि 8:57
रात्रि 12:11 से 01:47
रात्रि 3:24 से सुबह 5:01 तक
प्रदोषकाल 5:41 से 8:16
वृष लग्न: 6:31 से 8:25
सिंह लग्न: रात्रि 1:05 से 1:45
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हिन्दुस्थान समाचार / दिनेश