शून्य बजट में भी किसान आय कर सकता है दोगुनी : डाॅ रमेशचन्द्र यादव
जौनपुर, 29 नवम्बर (हि.स.)। धान और गेहूं की खेती करने के साथ किसान टेक्निकल खेती भी करें। मशरूम और आल
शून्य बजट में भी किसान आय कर सकता है दोगुनी : डाॅ रमेशचन्द्र यादव


जौनपुर, 29 नवम्बर (हि.स.)। धान और गेहूं की खेती करने के साथ किसान टेक्निकल खेती भी करें। मशरूम और आलू आदि की खेती करके किसान अपनी आय का श्रोत बढ़ा सकता है। शून्य बजट में भी वैज्ञानिक खेती के माध्यम किसान अपनी आय बढ़ा सकता है।

यह जानकारी उप परियोजना निदेशक (आत्मा) डाॅ.रमेश चन्द्र यादव ने सोमवार को खुटहन क्षेत्र के सोंधी ब्लाक कार्यालय के सभागार में आयोजित रबी कृषि निवेश मेला एवं किसान गोष्ठी में दी। उन्होंने कहा कि सबसे अधिक पराली जलाने का काम शाहगंज विकास खण्ड में किया गया। किसान खेतों में पराली कदापि न जलाएं। पराली जलाने से खेत की ताकत क्षीण हो जाती है। पराली से जैविक खाद बनाएं। इससे खेत को ताकत मिलती है और फसल की पैदावार भी अच्छी होती है। वैज्ञानिक खेती पर जोर देते हुए बताया कि इससे पर्यावरण को संतुलित किया जा सकता है। अनुपयोगी भूमि में शहद और मोम की खेती करके किसान आय बढ़ा सकता है। इससे पहले ब्लाक प्रमुख पति अजय सिंह ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। इस मौके पर बीडीओ नंदलाल कुमार, एडीओ एजी राजबिहारी, पीपी राम करण राम, सुरेश यादव, शमशाद, अश्वनी कुमार आदि उपस्थित रहे।

हिन्दुस्थान समाचार/विश्व प्रकाश