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प्रयागराज, 16 अक्टूबर (हि.स.)। एसओजी एवं औद्योगिक थाने की पुलिस टीम ने 12 अक्टूबर की रात हुई मां-बेटी की हत्या का खुलासा करते हुए शनिवार दोपहर मृतका की विधवा बहू एवं उसके प्रेमी समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया। हत्या में प्रयुक्त औजार एवं आरोपितों के खून से सने कपड़े और चोरी गया जेवरात बरामद किया है।
अपर पुलिस अधीक्षक यमुनापार सौरभ दीक्षित ने बताया कि पकड़े गए आरोपित करछना थाना क्षेत्र के भसमा अरई गांव निवासी सलोनी देवी पत्नी स्व0 चन्द्रशेखर (दूसरा पति रामबाबू) और उसका प्रेमी शोभनाथ बिन्द निवासी चक पूरे खुर्द मिया का पूरा थाना औद्योगिक एवं वारदात के बाद जेवरात रखने वाला आरोपित अशोक कुमार निवासी मकनपुर थाना घूरपुर है।
एसपी ने बताया कि पूछताछ के दौरान सलोनी देवी ने बताया कि पति चन्द्रशेखर की छह वर्ष पूर्व मौत हो जाने के बाद से मेरी सास प्रेमा देवी और ससुर बजरंग बहादुर और नन्द तनू बहुत परेशान करते थे। मेरी बेटी अंशिका को अच्छे स्कूल में नाम नहीं लिखया और जब मायके से आती थी मुझसे मिलने नहीं देते थे। आये दिन की परेशानी से तंग आकर आपने मायके में जाकर रहने लगी। लगभग छह माह पूर्व मैने रामबाबू पटेल निवासी भसमा अरई थाना करछना के साथ दूसरी शादी कर ली। शादी करने के बाद से मुझे मेरी बेटी अंशिका से नहीं मिलने दे रहे थे और फोन से भी बातचीत नहीं कराते थे। मैं अपनी बेटी के लिए पूरी तरह परेशान हो चुकी थी। दूसरा मुख्य अभियुक्त शोभनाथ बिन्द मेरे पहले पति चन्द्रशेखर का दोस्त है। पति की मौत के बाद से उसका सहयोग करता था। इस वजह से उससे बहुत करीबी सम्बन्ध हो गया। वारदात को अंजाम देने के लिए पहले पति के दोस्त को तैयार किया और वारदात की रात वह उसको बुलाया और दोनों लोग पैनसर्ट पहनकर पहुंचे थे। एक पेड़ के सहारे घर में दाखिल हुए। घर में पहुंचते ही पहले ससुर, उसके बाद सास को चापड़, हसिया, एक लकड़ी का प्रयोग किया। नन्द जब सोर मचाने लगी तो उसके कमरे में पहुंचे और उसकी भी हत्या कर दी। पूरी वारदात को चोरी की वारदात बनाने के लिए एक बक्से का ताला तोड़कर जेवरात निकाला। वारदात को अंजाम देने के बाद जेवरात अपने जीजा अशोक कुमार के घर ले गई और बताया कि कुछ विवाद हुआ था, इस लिए गहना आप को देकर जा रही हूॅं।
नामजद सभी आरोपित बेकसूर
इस सम्बन्ध में दर्ज किया गया मुकदमें के सभी आरोपित बेकसूर है। बजरंग बहादुर के भतीजे ने पुरानी रंजिश को लेकर गांव के ही पांच लोगों पर हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था जो जांच के बाद पूरी तरह से बेकसूर निकले।
गौरतलब है कि, औद्योगिक के मिया का पूरा गांव निवासी प्रेमा देवी 50 वर्ष, बेटी तनू की 12 अक्टूबर की रात धारदार हथियार से हत्या कर दी गई थी। प्रेमा देवी के पति बजरंग बहादुर को घायल कर दिया लेकिन आठ वर्षीय नातिन अंशिका को सुरक्षित छोड़कर अपराधी फरार हो गए थे। इस सम्बन्ध में गांव के ही गांव के ही महेश नारायण, आकाश, नवनील, समेत पांच लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया था।
हिन्दुस्थान समाचार/राम बहादुर