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जयपुर, 8 सितंबर (हि.स.)। हेरिटेज निगम की ओर से बस्सी सीतापुरापुरी योजना में जारी किए गए फर्जी 22 पट्टों को निरस्त किया गया है। इस पूरे मामले को लेकर सात पट्टा धारकों ने अपना पक्ष निगम के समक्ष रखा है। वहीं दो मामलों को कोर्ट में पेश किया गया, जहां पर एक पट्टे को अवैध माना गया तो वहीं एक अन्य पट्टा धारक का मामला कोर्ट में लंबित है।
तीन पट्टा गुम होने के मामले में निगम ने दर्ज करवाई परिवाद
इस पूरे प्रकरण को लेकर जब निगम ने जांच शुरू की तो तीन पट्टों की मूल फाइल गायब मिली। इस पर निगम प्रशासन ने माणकचौक थाने में गुुमशुदगी की परिवाद दी गई। पुलिस ने फर्जी पट्टा प्रकरण और गुमशुदगी की परिवाद लेकर जांच शुरू कर दी है। मामले की जांच के बाद संबंधित अधिकारी और कर्मचारी पर निगम द्वारा कार्रवाई की जाएगी। वहीं निगम द्वारा पट्टा धारकों का पक्ष सुना जा रहा है, गलत पट्टा सामने आने के बाद उसे निरस्त किया जा रहा है। वहीं बस्सी सीतारामपुरी के छह और पट्टे सामने आए, जिसके साथ ठाठर योजना में भी 6 पट्टे जांच के घेरे में है। एडिशनल कमिश्नर सुरेंद्र यादव की अध्यक्षता में निगम की जांच समिति शिकायतों के आधार पर फर्जी पट्टों की जांच कर रही है। जांच पूरी होने के बाद निगम प्रशासन डीएलबी को रिपोर्ट भेजेगा। इस पूरे प्रकरण में जरुरत पडऩे पर और मुकदमें दर्ज करवाए जाएंगे।
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हिन्दुस्थान समाचार / राजेश