राजस्थान में मानसून सुस्त, पश्चिमी जिलों में बढ़ी गर्मी
बारिश,Rain फाइल फोटो


जयपुर, 7 अगस्त (हि.स.)। राजस्थान में मानसून के कमजोर पड़ने के बाद पश्चिमी जिलों में सूखा मौसम बन गया है। सीमावर्ती क्षेत्रों जैसे जैसलमेर, बाड़मेर, बीकानेर और श्रीगंगानगर में बुधवार को दिनभर धूलभरी हवाएं चलती रहीं। इससे तापमान 36 से 37 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया। राज्य के अन्य हिस्सों में भी दिन में तेज धूप और हल्के बादल छाए रहे, जिससे उमस भरी गर्मी ने लोगों को परेशान किया। वेस्टर्न विंड के प्रभाव से पश्चिमी राजस्थान में गर्मी और आद्रता बढ़ गई है।

पिछले 24 घंटों में कोटा, डूंगरपुर, बांसवाड़ा, प्रतापगढ़ समेत कुछ जिलों में हल्की बारिश दर्ज की गई। कोटा के दीगोद में 20 मिमी, डूंगरपुर के सागवाड़ा में 13 मिमी, ओबरी में 9 मिमी, बांसवाड़ा के घाटोल में 9 मिमी, बूंदी के रायथल में 8 मिमी, प्रतापगढ़ में 4 मिमी, करौली और झालावाड़ में 3-3 मिमी वर्षा हुई। एक जून से 4 अगस्त तक राज्य में जहां औसतन 237 मिमी बारिश होती है, वहीं इस बार अब तक कुल 428.4 मिमी वर्षा दर्ज की गई है, जो औसत से 81 प्रतिशत अधिक है।

मौसम विभाग की डेली रिपोर्ट के अनुसार बुधवार को राज्य में सर्वाधिक अधिकतम तापमान 37.2 डिग्री सेल्सियस श्रीगंगानगर में और न्यूनतम तापमान 20.0 डिग्री सेल्सियस सिरोही में दर्ज हुआ। अधिकतर जिलों में हवा में आर्द्रता का स्तर 45 प्रतिशत से 80 प्रतिशत के बीच रहा।

मौसम विभाग जयपुर ने 8 अगस्त से पूर्वी राजस्थान के जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। इन जिलों में गरज-चमक के साथ हल्की से मध्यम बारिश की संभावना जताई गई है। 9 और 10 अगस्त को वर्षा गतिविधियां और तेज हो सकती हैं। खासतौर पर 10 अगस्त को पूर्वी राजस्थान के कई जिलों में व्यापक बारिश का अनुमान है।

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हिन्दुस्थान समाचार / ईश्वर