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उरई, 08 सितम्बर (हि.स.)। कोंच नगर के रामकुंड स्थित वात्सल्य क्लीनिक, जिसे लगभग एक महीने पहले एक किशोर की संदिग्ध मौत के बाद प्रशासन द्वारा सील कर दिया गया था, उसमें चोरी-छुपे अवैध तरीके से इलाज चलने का मामला सामने आया है। एक युवक की शिकायत पर जिलाधिकारी के निर्देश पर छापेमारी करने पहुंची अधिकारियों की टीम को देखकर क्लीनिक का संचालक मौके से फरार हो गया।
बता दे कि, लगभग एक माह पूर्व इसी वात्सल्य क्लीनिक में एक किशोर की इलाज के दौरान मौत हो गई थी। घटना के बाद प्रशासन ने क्लीनिक को सील कर दिया था और जांच के आदेश दिए थे। हाल ही में, एक युवक ने जिलाधिकारी को शिकायत दी कि सील होने के बावजूद भी उक्त क्लीनिक में चोरी-छुपे मरीजों का इलाज किया जा रहा है। इस शिकायत पर जिलाधिकारी ने तत्काल कार्यवाही करते हुए एक जांच दल गठित किया। इस विशेष जांच दल में मुख्य चिकित्सा अधिकारी एन डी शर्मा, कोच के क्षेत्राधिकारी परमेश्वर प्रसाद तथा स्वास्थ्य विभाग के अन्य अधिकारी शामिल थे।
टीम ने सोमवार को क्लीनिक परिसर में पहुंचकर छापा मारा। छापे के दौरान पाया कि क्लीनिक में वास्तव में सील के आदेश की अवहेलना करते हुए मरीजों का इलाज चल रहा था। छापेमारी की खबर मिलते ही क्लीनिक का मुख्य संचालक मौका पाकर फरार हो गया। टीम ने मौके पर जाकर पूरी जांच-पड़ताल की और सभी तथ्यों का दस्तावेजीकरण किया। इसकी एक विस्तृत रिपोर्ट जिलाधिकारी को सौंपी गई। रिपोर्ट में लगाए गए आरोपों की पुष्टि होने के बाद, अब प्रशासन की ओर से कड़ी कार्रवाई की तैयारी है।
वहीं, इस मामले पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी जालौन, डॉ. नरेंद्र देव शर्मा ने कहा, जिलाधिकारी के निर्देश को पर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने वात्सल्य क्लीनिक पर छापा मारा। जिसमें पाया गया कि जिस क्लीनिक को पहले सील किया जा चुका था, उसमें अवैध रूप से इलाज किया जा रहा था। संचालक मौके से फरार हो गया। हमने सभी जानकारियां एकत्रित की हैं। जिलाधिकारी राजेश कुमार पांडे को रिपोर्ट सौंप दी है। आरोपों की पुष्टि होने पर सम्बंधित कानून के तहत कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
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हिन्दुस्थान समाचार / विशाल कुमार वर्मा