बाढ़ प्रभावित पंजाब की मदद में केंद्र सरकार को झिझक क्यों : हरपाल चीमा
- जीएसटी दरों में कटौती का स्वागत, नई दर का लाभ आम लोगों तक पहुंचे चंडीगढ़, 04 सितंबर (हि.स.)। पंजाब के वित्त, योजना, आबकारी एवं कराधान मंत्री एडवोकेट हरपाल सिंह चीमा ने केंद्र सरकार से अपील की है कि जिस तरह वह तालिबान शासित अफगानिस्तान को मानवीय आ
बाढ़ प्रभावित पंजाब की मदद में केंद्र सरकार को झिझक क्यों : हरपाल चीमा


- जीएसटी दरों में कटौती का स्वागत, नई दर का लाभ आम लोगों तक पहुंचे

चंडीगढ़, 04 सितंबर (हि.स.)। पंजाब के वित्त, योजना, आबकारी एवं कराधान मंत्री एडवोकेट हरपाल सिंह चीमा ने केंद्र सरकार से अपील की है कि जिस तरह वह तालिबान शासित अफगानिस्तान को मानवीय आधार पर सहायता भेज रही है, उसी तरह पंजाब के प्रति भी संवेदनशीलता दिखाए। उन्होंने केंद्र सरकार से सवाल किया कि अफगानिस्तान को तो तुरंत राहत सामग्री भेजी गई, लेकिन बाढ़ से प्रभावित पंजाब को वित्तीय और मानवीय सहायता देने में देरी क्यों हो रही है।

वित्त मंत्री चीमा ने जोर देकर कहा कि पंजाब ने लगातार देश की अन्न सुरक्षा और आर्थिक ताकत में योगदान दिया है, इसलिए मुश्किल की घड़ी में तुरंत और पर्याप्त सहायता मिलनी चाहिए। उन्होंने सवाल किया कि यदि मानवीय सहायता सीमाओं के पार भेजी जा सकती है, तो फिर अपने ही लोगों की मदद करने में झिझक क्यों।

वित्त मंत्री चीमा ने केंद्र से अपील की कि वह बाढ़ प्रभावित नागरिकों के कल्याण को प्राथमिकता दे और राहत पैकेज, बुनियादी ढांचे की सहायता तथा पुनर्वास के कार्यों को तेज करे। उन्होंने बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए मुख्यमंत्री राहत कोष में खुले दिल से दान देने की अपील भी की। उन्होंने भरोसा दिलाया कि प्राप्त हुई हर सहायता पारदर्शी और जवाबदेही के साथ खर्च की जाएगी, ताकि एक-एक रुपया जरूरतमंदों तक पहुंच सके।

वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने उपभोक्ताओं के हित में जीएसटी दरों की कटौती का स्वागत करते हुए कहा कि आम आदमी पार्टी (आप) शुरू से ही इसकी मांग कर रही थी। वित्त मंत्री चीमा ने कहा कि राज्यों की अर्थव्यवस्था अभी भी स्थिर नहीं है और ताजा जी.एस.टी. दरों में कटौती से उन पर और असर पड़ेगा। वित्त मंत्री चीमा ने केंद्र सरकार से राज्यों को जीएसटी मुआवजा जारी रखने की अपील करते हुए कहा कि यह वित्तीय स्थिरता के लिए बेहद ज़रूरी है, खासकर तब जब कई राज्य इस समय चुनौतियों और प्राकृतिक आपदाओं का सामना कर रहे हैं।

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हिन्दुस्थान समाचार / संजीव शर्मा