बस्तर से आये मल्ल खम्ब के कलाकारों चक्रधर समारोह में सांस थमा देने वाला अकल्पनीय प्रदर्शन
रायगढ़ , 4 सितंबर (हि.स.)। छत्तीसगढ़ के रायगढ़ में चल रहे चक्रधर समारोह में आठवां दिन बस्तर से आये मल्ल खम्ब के कलाकारों नाम रहा । जिसमें उन्होंने हैरत अँगेज ,कलेजा थाम लेने वाला , रोंगटे खड़े कर देने वाला ,सांस थमा देने वाला अकल्पनीय ,टाइमिंग और बैलेंस
चक्रधर समारोह में बस्तर के साथियों का प्रदर्शन


रायगढ़ , 4 सितंबर (हि.स.)। छत्तीसगढ़ के रायगढ़ में चल रहे चक्रधर समारोह में आठवां दिन बस्तर से आये मल्ल खम्ब के कलाकारों नाम रहा । जिसमें उन्होंने हैरत अँगेज ,कलेजा थाम लेने वाला , रोंगटे खड़े कर देने वाला ,सांस थमा देने वाला अकल्पनीय ,टाइमिंग और बैलेंस , हिम्मत ,जीवटता का अद्भुत प्रदर्शन किया । जिसे देखकर आश्चर्य चकित रह गए दर्शकों की तालियों की गड़गड़ाहट से पूरा पंडाल गूंजता रहा ।

चक्रधर समारोह 2025 की तीन सितंबर की शाम उस समय अविस्मरणीय बन गई, जब अबूझमाड़ से आए मनोज प्रसाद के नेतृत्व में मल्लखंब दल ने मंच पर प्रवेश किया। परंपरा, अनुशासन और अद्भुत संतुलन के साथ खिलाडिय़ों ने ऐसा प्रदर्शन किया कि पूरा कार्यक्रम स्थल रोमांचित हो उठा। बस्तर और नारायणपुर के छोटे-छोटे गांवों से निकलकर अंतरराष्ट्रीय मंच तक पहुँचे इंडियाज गॉट टैलेंट सीजन-10 के विजेता नरेंद्र गोटा और फुलसिंह सलाम ने अपने साथियों संग अद्भुत मल्लखंब कला की प्रस्तुति दी।

मंच पर कलाकारों ने खंभे पर कौशल, कला व जिम्नास्टिक की अद्भुत मुद्राओं का प्रदर्शन किया, जिसने दर्शकों को रोमांचित कर दिया। इस प्रस्तुति ने साबित कर दिया कि सुदूर वनांचल की प्रतिभाएं अब विश्व मंच तक अपनी पहचान दर्ज करा रही हैं। समारोह में उपस्थित हजारों दर्शकों ने खड़े होकर तालियों से इन कलाकारों की सराहना की और उन्हें छत्तीसगढ़ का गौरव बताया।

यह वही दल है जिसने 2023 में इंडियाज गॉट टैलेंट सीजन 10 जीतकर पूरे देश का दिल जीता था। इसके अलावा अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भी इन कलाकारों ने भारत का परचम लहराया है।

इन कलाकारों की सफलता के पीछे है अबूझमाड़ मल्लखंब अकादमी, जो 2018 से आदिवासी अंचलों के बच्चों को प्रशिक्षण देकर उन्हें राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिला रही है। अब तक इस अकादमी के 500 से अधिक राष्ट्रीय पदक विजेता तैयार हो चुके हैं और 50 से अधिक बच्चे यहाँ रहकर शिक्षा एवं मल्लखंब की विधिवत ट्रेनिंग ले रहे हैं। इनके प्रशिक्षक मनोज प्रसाद ने अपनी मेहनत, समर्पण और जुनून से इन बच्चों को विश्वस्तरीय मंच दिलाया है।

हिन्दुस्थान समाचार / रघुवीर प्रधान