देवझूलनी एकादशी मनाई, रेवाड़ी निकाली
जोधपुर, 03 सितम्बर (हि.स.)। भाद्रपद शुक्ल की एकादशी बुधवार को पारंपरिक तरीके से मनाई गई। इस अवसर पर ठाकुरजी को पालकी में बैठाकर गाजे-बाजों, ढोल नगाड़ों के साथ जयकारों के साथ जलाशयों पर ले जाकर स्नान कराया गया। भाद्रपद शुक्ल की एकादशी को देवझूलनी और
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जोधपुर, 03 सितम्बर (हि.स.)। भाद्रपद शुक्ल की एकादशी बुधवार को पारंपरिक तरीके से मनाई गई। इस अवसर पर ठाकुरजी को पालकी में बैठाकर गाजे-बाजों, ढोल नगाड़ों के साथ जयकारों के साथ जलाशयों पर ले जाकर स्नान कराया गया।

भाद्रपद शुक्ल की एकादशी को देवझूलनी और जलझूलनी एकादशी भी कहा जाता है। बुधवार को यह पर्व श्रद्धापूर्वक मनाया गया। आज श्रद्धालुओं ने एकादशी का व्रत भी रखा। साथ ही मंदिरों में दर्शन कर दान-पुण्य किया। एकादशी में पर आज शहर में कई स्थानों पर रेवाड़ी निकाली गई।

मंदिरों से ठाकुरजी को जलाशय ले जाया गया जहां नए पानी से भगवान को नहलाया गया। फिर पूजन-आरती कर वापस रेवाड़ी मंदिर लाई गई। शहर के सभी प्रमुख कृष्ण मंदिरों में विविध धार्मिक अनुष्ठान आयोजित किए गए। गुलाब सागर सहित सभी पवित्र जलाशयों पर मेले जैसा उत्साह और भक्तिमय वातावरण रहा।

हिन्दुस्थान समाचार / सतीश