पंजाब में स्वास्थ्य विभाग ने बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों में उतारी 818 मेडिकल टीमें
चंडीगढ़, 02 सितंबर (हि.स.)। पंजाब के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. बलबीर सिंह ने कहा कि राज्य के बाढ़ प्रभावित इलाकों में स्वास्थ्य सेवाओं के मोर्चे की अगुवाई करते हुए पंजाब स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग ने नागरिकों की सेहत और भलाई के ल
पंजाब में स्वास्थ्य विभाग ने बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों में उतारी 818 मेडिकल टीमें


चंडीगढ़, 02 सितंबर (हि.स.)। पंजाब के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. बलबीर सिंह ने कहा कि राज्य के बाढ़ प्रभावित इलाकों में स्वास्थ्य सेवाओं के मोर्चे की अगुवाई करते हुए पंजाब स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग ने नागरिकों की सेहत और भलाई के लिए लामबंदी, इलाज और बीमारियों की रोकथाम पर केंद्रित बहु-आयामी रणनीति अपनाई है। इसमें 818 टीमें, जिनमें 458 रैपिड रिस्पॉन्स टीमें और 360 मोबाइल मेडिकल टीमें शामिल हैं, आवश्यक दवाइयों से पूरी तरह सुसज्जित हैं।

उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य राज्य के हर व्यक्ति तक चिकित्सीय सुविधा पहुंचाना है और हम इस वादे को पूरा कर रहे हैं।

मंगलवार को जारी जानकारी में उन्होंने आगे बताया कि प्रभावित क्षेत्रों और राहत शिविरों में प्रतिदिन मेडिकल कैंप लगाए जा रहे हैं ताकि निर्बाध इलाज उपलब्ध कराया जा सके। अबतक 962 कैंप लगाए जा चुके हैं, जहां 31,876 से अधिक मरीजों की जांच की गई है और दस्त, गैस्ट्रोएंटेराइटिस, डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर, त्वचा व आंखों की एलर्जी और कुत्तों के काटने जैसी बीमारियों का उपचार किया गया है। स्वास्थ्य टीमें मौके पर ही गर्भवती महिलाओं की जांच कर उन्हें प्राथमिकता भी दे रही हैं।

डॉ. बलबीर सिंह ने कहा कि हमारे पास इस संकट से निपटने के लिए एक मजबूत तंत्र मौजूद है। राज्य के पास बाढ़ राहत हेतु विशेष रूप से चयनित 66 आवश्यक दवाइयों और 21 वस्तुओं का पर्याप्त भंडार उपलब्ध है। इसके अलावा जिलों को अलग-अलग फंड आवंटित किए गए हैं ताकि प्रत्येक अस्पताल आवश्यक दवाइयां खरीद सके और निर्बाध स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करा सके।

बीमारियों के प्रसार को रोकने के लिए किए जा रहे सक्रिय उपायों पर प्रकाश डालते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि बाढ़ प्रभावित जिलों में तैनात 11,103 से अधिक आशा वर्कर घर-घर जाकर दवाइयां बांट रही हैं और जलजनित एवं वेक्टर जनित रोगों के प्रति जागरूकता फैला रही हैं। वे गर्भवती महिलाओं की निगरानी एवं देखभाल को भी प्राथमिकता दे रही हैं और यह सुनिश्चित कर रही हैं कि नियमित टीकाकरण समय-सारणी में बाधा न आए।

मेडिकल बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने 170 एम्बुलेंसें तैनात की हैं। इस बेड़े को इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए), नर्सिंग कॉलेजों और गैर-सरकारी संगठनों द्वारा उपलब्ध करवाई गई 254 अन्य पूर्ण रूप से सुसज्जित एम्बुलेंसों के सहयोग से और विस्तारित किया गया है। डॉ. बलबीर सिंह ने पुष्टि की कि कुल 424 एम्बुलेंसों को कार्यरत करके हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि हर समय चिकित्सीय सहायता उपलब्ध हो। उन्होंने बताया कि जिला गुरदासपुर में दो विशेष नाव एम्बुलेंस और गर्भवती महिलाओं समेत गंभीर मरीजों की आपातकालीन एयरलिफ्ट हेतु एक हेलीकॉप्टर तैनात किया गया है। अबतक पांच गर्भवती महिलाओं को सुरक्षित निकाला गया है और समय पर चिकित्सीय देखभाल प्रदान की गई है।

---------------

हिन्दुस्थान समाचार / संजीव शर्मा