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पेड़ों की रक्षार्थ प्राणों की आहुति देने वाले शहीदों की याद में भरा मेला, रक्तदान व पौधारोपण किया, देशभर से जुटे बिश्नोई समाज के लोग
जोधपुर, 02 सितम्बर (हि.स.)। पेड़ों की रक्षार्थ 295 साल पहले जोधपुर से 28 किमी दूर खेजड़ली में प्राणोत्सर्ग करने वाले 363 शहीदों की स्मृति में मंगलवार को मेले का आयोजन किया गया। मेले में देश भर से आए विश्नोई समाज के लोगों एवं पर्यावरण प्रेमियों ने 363 लोगों की याद में बने शहीदी स्मारक पर शीश नवाया व पर्यावरण संरक्षण के लिए हवन में आहुतियां प्रदान की।
खेजडली शहीदी राष्ट्रीय पर्यावरण संस्था के अध्यक्ष मलखान सिंह बिश्नोई ने बताया कि सुबह विश्नोई धर्मगुरुओं के सानिध्य में गुरु जम्भेश्वर की 120 शब्द की वाणी व वैदिक मंत्रोच्चार से हवन के बाद शहीदी स्थल पर ध्वजारोहण कर मेले की शुरुआत की गई। यहां पर्यावरण रक्षार्थ विष्णु हवन कुंड में आहुतियां व परिक्रमा कर अमर शहीदों को श्रद्धासुमन अर्पित किए गए। साथ ही खेजड़ली परिसर में नवनिर्मित जम्भेश्वर मंदिर में पर्यावरण प्रेमियों ने परिक्रमा देकर गुरु जंभेश्वर के बताए मार्ग व 29 नियमों की आचार संहिता पर चलने का संकल्प मेले में देशभर से समाज के श्रद्धालुओं के साथ केन्द्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत, कौशल विकास एवं उद्यमिता राज्यमंत्री एवं शिक्षा राज्य मंत्री जयंत चौधरी, संसदीय कार्य विभाग, विधि एवं विधिक कार्य मंत्री जोगाराम पटेल व कई जनप्रतिनिधि और बड़ी संख्या में पर्यावरण प्रेमी शामिल हुए। वहीं खेजड़ली स्मारक स्थल परिसर में हर वर्ष की भांति विश्नोई टाईगर्स वन्य एवं संस्था विश्नोई टाईगर फोर्स द्वारा 363 शहीदों की स्मृति में रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। शिविर के मंच पर सभी रक्तदाताओं को स्मृति चिन्ह एवं प्रशस्ति-पत्र प्रदान किया गया। मेले में दूर-दूर से पर्यावरणविद् सहित बड़ी संख्या में लोग पहुंचे और शहीदों के स्मारक पर सामूहिक पर्यावरण यज्ञ में आहुति देकर श्रद्धांजलि दी।
हिन्दुस्थान समाचार / सतीश