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किसी भी जरूरतमंद विद्यार्थी को फीस को लेकर चिंता करने की जरूरत नहींहिसार, 5 अगस्त (हि.स.)। गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय यह सुनिश्चित करता है कि किसी भी विद्यार्थी को फीस की वजह से पढ़ाई ना छोड़नी पड़े। विद्यार्थी विश्वविद्यालय के पहले हितधारक हैं, उनकी हर समस्या का समाधान करना विश्वविद्यालय की प्राथमिकता है। कुलपति प्रो. नरसीराम बिश्नोई ने कहा है कि यह विश्वविद्यालय गुरू जंभेश्वर जी महाराज के सिद्धांतों पर चल रहा है। ऐसे में किसी भी जरूरतमंद विद्यार्थी को फीस को लेकर चिंता करने की जरूरत नहीं है।कुलपति ने मंगलवार काे कहा कि विश्वविद्यालय कई योजनाओं और छात्रवृतियों के माध्यम से विद्यार्थियों की सीधी सहायता करता है। जो विद्यार्थी योजनाओं व छात्रवृतियों में कवर नहीं होते हैं उनको विश्वविद्यालय सीधे तौर पर भी वित्तीय सहायता उपलब्ध करवाता है। ऐसे में विद्यार्थी फीस पर नहीं पढ़ाई पर ध्यान दें।इन योजनाओं के तहत विद्यार्थियों को मिलती है वित्तीय सहायताकुलपति ने बताया कि विश्वविद्यालय में अनुसूचित जाति के विद्यार्थियों की फीस तो माफ रहती ही है। इसके अतिरिक्त विश्वविद्यालय के सभी वर्गों के दस प्रतिशत विद्यार्थियों के लिए ट्यूशन फीस माफ करने का अलग से प्रावधान भी है। विश्वविद्यालय के सभी कोर्सों में सभी वर्गों के आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के विद्यार्थियांे के लिए एक तिहाई फीस माफी का प्रावधान है। विश्वविद्यालय के एचकेआरएनल तथा नियमित कर्मचारियों के बच्चों के साथ-साथ सेवानिवृत कर्मचारियों के बच्चों की फीस माफी की व्यवस्था भी है। सेवानिवृत सैनिकों और शहीदों के बच्चों के साथ-साथ स्वतंत्रता सेनानियों के आश्रितों के लिए भी पूरी ट्यूशन फीस माफी का प्रावधान है।कुलपति ने बताया कि विश्वविद्यालय में गुरू जंभेश्वर जी महाराज के नाम पर भी अलग से छात्रवृति दी जा रही है। इसके अतिरिक्त मैरिट छात्रवृति भी विद्यार्थियों को प्रदान की जा रही है। कुलपति ने बताया कि विद्यार्थियों को ‘अर्न व्हाइल लर्न’ योजना के तहत भी छात्रवृति देने का प्रावधान है।कुलपति ने बताया कि जो जरूरतमंद विद्यार्थी इन योजनाओं में कवर नहीं होता उसके लिए विशेष आर्थिक सहायता का प्रावधान भी है। विश्वविद्यालय के पूर्व विद्यार्थियों की एसोसिएशन द्वारा भी जरूरतमंद विद्यार्थियों को आर्थिक सहायता दी जाती है। ऐसे में विश्वविद्यालय में किसी भी जरूरतमंद विद्यार्थी को पढ़ाई से वंचित नहीं रहने दिया जाता।
हिन्दुस्थान समाचार / राजेश्वर