Enter your Email Address to subscribe to our newsletters
- उप मुख्यमंत्री ने की ग्वालियर एवं जबलपुर मेडिकल कॉलेज के रीडवलपमेंट प्लान की समीक्षा
भोपाल, 5 अगस्त (हि.स.)। उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने निर्देश दिए कि ग्वालियर स्थित गजराराजा मेडिकल कॉलेज और जबलपुर स्थित नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कॉलेज के पुनर्निर्माण और नवीन निर्माण कार्य इस दृष्टिकोण से तैयार किए जाएं कि ये संस्थान भावी स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता, तकनीकी दक्षता और मरीजों की सुविधा की कसौटी पर खरे उतरें। उन्होंने कहा कि इन मेडिकल कॉलेजों का रीडवलपमेंट केवल भवन निर्माण का कार्य न होकर एक समग्र स्वास्थ्य व्यवस्था के आधुनिकीकरण का प्रयास है, जो मरीजों को उच्च स्तरीय, सुरक्षित और सुलभ सेवाएं उपलब्ध कराने में सहायक होगा।
उप मुख्यमंत्री शुक्ल ने मंगलवार को मंत्रालय में समीक्षा बैठक में कहा कि ग्वालियर मेडिकल कॉलेज के कार्यों का प्रस्ताव दो चरणों में तैयार किया जाए और एक सप्ताह के भीतर उसका प्रारूप प्रस्तुत किया जाए। उन्होंने जबलपुर मेडिकल कॉलेज के रीडवलपमेंट प्लान को दो सप्ताह में अंतिम रूप से तैयार करने के निर्देश भी दिए। उन्होंने स्पष्ट किया कि प्रस्तावों में सभी आधुनिक सुविधाओं का समावेश हो, हरियाली एवं पर्यावरण संतुलन का विशेष ध्यान रखा जाए, तथा भवनों की संरचनात्मक मजबूती और दीर्घकालिक उपयोगिता सुनिश्चित की जाए।
उप मुख्यमंत्री शुक्ल ने कहा कि विकास कार्यों से मरीजों को अधिक संख्या में बेड, अत्याधुनिक ऑपरेशन थियेटर, आईसीयू और साफ-सुथरे वार्ड उपलब्ध हो सकेंगे। इससे विशेष रूप से प्रसूति और बाल रोग मरीजों को गुणवत्ता युक्त सेवाएं मिलेंगी। इसके साथ ही, न्यूरोलॉजी और न्यूरोसर्जरी में अध्ययनरत मेडिकल छात्रों को बेहतर प्रशिक्षण एवं प्रयोगात्मक सुविधाएँ भी मिलेंगी। उन्होंने यह भी कहा कि नया इंफ्रास्ट्रक्चर स्वच्छता, संक्रमण नियंत्रण, वेंटिलेशन और जल निकासी जैसी मूलभूत सुविधाओं में भी महत्वपूर्ण सुधार लाएगा।
ग्वालियर के गजरा राजा मेडिकल कॉलेज परिसर में प्रस्तावित कार्यों में 1150 बिस्तरीय मातृत्व एवं शिशु चिकित्सालय, 600 बिस्तरीय न्यूरोसाइंसेस चिकित्सालय, 1400 सीट की क्षमता वाला अत्याधुनिक ऑडिटोरियम, 500 बिस्तरीय नर्सिंग छात्रावास, नया नर्सिंग महाविद्यालय, प्रशासनिक भवन, सेंट्रल ड्रग स्टोर, आवासीय क्वार्टर, टीबी एवं आइसोलेशन वार्ड, मरीजों के परिजनों के लिये डॉर्मिटरी, बहुमंजिला पार्किंग, वॉटर सप्लाई सिस्टम, सीवरेज और ईफ्लूएंट ट्रीटमेंट प्लांट, बाह्य विद्युतीकरण, बाउंड्री वॉल और आंतरिक रोड नेटवर्क का निर्माण प्रस्तावित है।
उप मुख्यमंत्री शुक्ल ने निर्देश दिए कि जबलपुर मेडिकल कॉलेज के रीडवलपमेंट की योजनाएं फील्ड की यथार्थ आवश्यकताओं पर आधारित हों, अधोसंरचना विकास में आधुनिक उपकरणों की उचित जगह स्थापना और हरियाली का समावेश भी किया जाए। उन्होंने यह भी कहा कि निर्माण कार्यों के दौरान स्वास्थ्य सेवाओं की निरंतरता प्रभावित न हो, इसका विशेष ध्यान रखा जाए। बैठक में प्रमुख सचिव लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा संदीप यादव, परियोजना संचालक नीरज कुमार सिंह, एमडी एमपीएचएससीएल मयंक अग्रवाल, एमडी बीडीसी सिबी चक्रवर्ती सहित विभागीय वरिष्ठ अधिकारी और निर्माण एजेंसियों के प्रतिनिधि उपस्थित थे।
हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर