गुरुग्राम में जलभराव से स्थायी निजात के लिए निगमायुक्त ने किया निचले इलाकों का दौरा
गुरुग्राम में जलभराव वाले स्थानों का निरीक्षण करते निगमायुक्त प्रदीप दहिया।


-निगमायुक्त ने अधिकारियों के साथ किया ड्रेनेज कनेक्टिविटी पर मंथन

गुरुग्राम, 5 अगस्त (हि.स.)। नगर निगम गुरुग्राम के आयुक्त प्रदीप दहिया ने नगर निगम, जीएमडीए, एचएसवीपी एवं रेलवे विभाग के अधिकारियों के साथ शहर के निचले इलाकों का दौरा किया, जो बरसात के मौसम में जलभराव की मुख्य चपेट में रहते हैं।

आयुक्त प्रदीप दहिया ने सेक्टर-9, 9ए, सूर्य विहार और रेलवे लाइन से सटे क्षेत्रों का मौके पर जाकर निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने अधिकारियों के साथ व्यापक मंथन करते हुए जलभराव के स्थायी समाधान के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।

इन क्षेत्रों में जलभराव का मुख्य कारण यह है कि बारिश का पानी आगे निकलने के लिए मार्ग नहीं पाता, जिससे यह पानी निचले इलाकों में भर जाता है। रेलवे लाइन के दोनों ओर ड्रेनेज बनी हुई हैं, लेकिन वे आपस में कनेक्ट नहीं हैं। यही असंयोजन जलभराव की गंभीर स्थिति उत्पन्न करता है।

इस गंभीर समस्या के समाधान हेतु निगमायुक्त ने संबंधित विभागों को जल्द से जल्द रेलवे लाइन के दोनों ओर बनी ड्रेनों को आपस में जोडऩे की प्रक्रिया शुरू करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इस दिशा में कोई भी देरी परेशानी का कारण बन सकती है, इसलिए विभागीय तालमेल से काम को प्राथमिकता दी जाए।

निरीक्षण के दौरान अतिरिक्त निगमायुक्त यश जालुका सहित नगर निगम गुरुग्राम, जीएमडीए, एचएसवीपी और रेलवे विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।

आयुक्त दहिया ने अधिकारियों से कहा कि जमीनी स्तर पर ठोस क्रियान्वयन से ही समस्या का समाधान संभव है। उन्होंने आगामी कुछ दिनों में ड्रेनेज कनेक्टिविटी कार्य की प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश भी दिए। सरकार द्वारा लगातार प्रयास किए जा रहे हैं कि शहर को जलभराव की समस्या से मुक्त किया जा सके और नागरिकों को सुगम व सुरक्षित जीवन उपलब्ध कराया जा सके।

हिन्दुस्थान समाचार / ईश्वर