सोनीपत: मां-बेटे ने पहले प्रयास में पावरलिफ्टिंग में 6 पदक झटक कर रचा इतिहास
सोनीपत: शिक्षिका ज्योति अपने 16 वर्षीय बेटे मौलिक के साथ


सोनीपत, 5 अगस्त (हि.स.)। सोनीपत

की विकास नगर निवासी 40 वर्षीय शिक्षिका ज्योति और उनके 16 वर्षीय बेटे मौलिक ने गुजरात

के मेहसाणा में आयोजित राष्ट्रीय पावरलिफ्टिंग चैंपियनशिप 2025 में भाग लेकर स्वर्ण

पदक प्राप्त किए। यह उनका पहला प्रयास था, जिसमें उन्होंने तीन-तीन वर्गों में उत्कृष्ट

प्रदर्शन किया।

मंगलवार

को ज्योति ने बताया कि वह मॉडल संस्कृति स्कूल में प्राथमिक शिक्षिका हैं। वे अपने

बेटे के साथ सेक्टर 23 में रहती हैं। दिनभर स्कूल में पढ़ाने के बाद वे प्रतिदिन दो

घंटे जिम में अभ्यास करती हैं। ज्योति ने बताया कि वे वर्षों से फिटनेस के लिए जिम

जा रही थीं, लेकिन पावरलिफ्टिंग की तैयारी उन्होंने केवल एक महीने पहले शुरू की। प्रतियोगिता

में उन्होंने मिक्स श्रेणी, 63 किलो भार वर्ग और 40 वर्ष आयु वर्ग में भाग लिया। उन्होंने

डेड लिफ्ट में 70 किलो, स्क्वाट में 75 किलो और बेंच प्रेस में 30 किलो वजन उठाकर तीनों

श्रेणियों में स्वर्ण पदक प्राप्त किए।

मौलिक,

जो कक्षा 11 का छात्र है, ने सब-जूनियर वर्ग में 63 किलो भार वर्ग में भाग लिया और

तीनों इवेंट में स्वर्ण पदक जीतकर अपनी मां के साथ सफलता की कहानी लिखी। दोनों ने मात्र

20 किलो की रॉड से शुरुआत की थी और अब वे 200 किलो तक वजन उठाने में सक्षम हैं। ज्योति

और मौलिक एक-दूसरे के जीवन का संबल हैं। उनकी मेहनत, समर्पण और दृढ़ निश्चय ने उन्हें न केवल प्रतियोगिता में बल्कि जीवन

में भी विजेता बना दिया है। अब उनका अगला लक्ष्य अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत के लिए

पदक जीतना है। सोनीपत की एक महिला टीचर और उनके बेटे ने राष्ट्रीय पावरलिफ्टिंग प्रतियोगिता

में हिस्सा लेकर स्वर्ण पदक जीतकर जिले का मान बढ़ाया है। यह प्रेरक कहानी खेल के साथ

साथ जीवन की चुनौतियों में भी जूझने की अद्भुत मिसाल पेश करती है।

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हिन्दुस्थान समाचार / नरेंद्र शर्मा परवाना