गुरुग्राम: निगमायुक्त ने पार्षदों संग सफाई व्यवस्था से लेकर अतिक्रमण तक पर की विस्तृत चर्चा
गुरुग्राम नगर निगम में पार्षदों के साथ बैठक करते निगमायुक्त प्रदीप दहिया।


गुरुग्राम, 5 अगस्त (हि.स.)। नगर निगम गुरुग्राम के आयुक्त प्रदीप दहिया ने मंगलवार को नगर निगम कार्यालय में निगम पार्षदों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की, जिसमें शहर के समग्र विकास और नागरिक सुविधाओं में सुधार को लेकर विस्तृत विचार-विमर्श किया गया।

इस बैठक में सफाई व्यवस्था, डोर-टू-डोर कचरा एकत्रण प्रणाली, कचरा प्रबंधन, मटेरियल रिकवरी फैसिलिटी (एमआरएफ), कम्प्रेस्ड बायोगैस (सीबीजी) प्लांट, कचरे की सेग्रीगेशन, कचरा कम करने, एआई आधारित निगरानी बढ़ाने, पशु पकड़ो अभियान, कुत्ते व बंदरों की समस्या व अतिक्रमण सहित विभिन्न सहित अन्य महत्वपूर्ण बिंदुओं पर गहन मंथन हुआ।

निगमायुक्त ने कहा कि नगर निगम का उद्देश्य केवल कचरा उठाना नहीं, बल्कि कचरे को कम करना, इसका वैज्ञानिक तरीके से निष्पादन करना और पर्यावरण के अनुकूल प्रणाली विकसित करना है। उन्होंने बताया कि शहर में एआई आधारित निगरानी प्रणाली को और अधिक प्रभावी बनाने की दिशा में तेजी से कार्य किया जा रहा है, जिससे कचरा प्रबंधन और सफाई व्यवस्था को रियल टाइम मॉनिटर किया जा सके। निगमायुक्त ने कहा कि सकारात्मक सोच व कार्य प्रणाली से हम बेहतर समन्वय के साथ सुधार की ओर बढ़ रहे हैं। इसके अतिरिक्त, शहर में खुले में घूम रहे आवारा पशुओं को पकडऩे के लिए चल रहे पशु पकड़ो अभियान की प्रगति पर भी चर्चा हुई। साथ ही आवारा कुत्तों और बंदरों से उत्पन्न हो रही समस्याओं पर भी पार्षदों ने चिंता जताई। आयुक्त ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि इन समस्याओं के समाधान के लिए स्थायी एवं मानवीय तरीके अपनाए जाएं।

बैठक में अतिक्रमण की समस्या भी एक प्रमुख मुद्दा रही।

पार्षदों ने अवैध अतिक्रमण से उत्पन्न ट्रैफिक और जन असुविधा के बारे में जानकारी दी। इस पर आयुक्त ने कहा कि निगम द्वारा चरणबद्ध तरीके से अतिक्रमण हटाने का अभियान चलाया जा रहा है और इसमें किसी प्रकार की कोताही नहीं की जाएगी। इस दौरान पार्षदों ने अपने-अपने क्षेत्रों की समस्याएं साझा की। आयुक्त प्रदीप दहिया ने पार्षदों को आश्वस्त किया कि निगम टीम सभी मुद्दों को प्राथमिकता से लेकर समाधान की दिशा में सक्रियता से कार्य कर रही है। यह बैठक नगर निगम अधिकारियों और पार्षदों के बीच तालमेल को और मजबूत बनाने के साथ-साथ जन समस्याओं के समाधान में सहभागिता बढ़ाने की दिशा में एक सकारात्मक कदम रही। निगम पार्षदों ने निगमायुक्त की इस पहल को सराहनीय बताया तथा आपसी समन्वय व बेहतर तालमेल के साथ गुरुग्राम के विकास में भागीदारी सुनिश्चित करने पर बल दिया।

हिन्दुस्थान समाचार / ईश्वर