Enter your Email Address to subscribe to our newsletters
हाईवे पर हादसे के बाद तीनों को पहुंचाया अस्पताल, दो मासूम को मॉ की तरह संभाला
जयपुर, 31 अगस्त (हि.स.)। ट्रेफिक पुलिस के उत्तर जिले में तैनात ट्रेफिक पुलिस कांस्टेबल ने ड्यूटी जाते समय अपने कर्तव्य का बाखुबी निर्वाह किया और सड़क हादसे में घायल तीन जान को बचा लिया।
गौरतलब है की शाहपुरा राड़ावास निवासी रोहिताश ट्रेफिक पुलिस में नार्थ जिले में तैनात है। शनिवार को रोहिताश अपने पैतृक गांव से चौमूं अजीतगढ स्टेट हाईवे से अपने दफ्तर के लिए जा रहे थे। इसी दौरान चौमूं अजीतगढ हाईवे एक स्कूटी सवार महिला को अज्ञात वाहन चालक टक्कर मार कर फरार हो गया और महिला अपने दो मासूम बच्चों के साथ घायल हो गई। हादसे के बाद हाईवे पर राहगीरों की भीड़ जमा हो गई।
हाईवे पर भीड़ जमा देख, रोहिताश ने अपनी कार रोकी और मामले की जानकारी ली। जिसके बाद रोहिताश ने गंभीर घायल अवस्था में महिला और दोनो मासूमों को अपनी कार में बिठाया और चौमूं में स्थित रिद्धि-सिद्धी अस्पताल में भर्ती कराया। बताया जा रहा है दोनो मासूम बच्चों को मामूली चोट आई है। स्कूटी नंबरों के आधार पर रोहिताश ने मामले की जानकारी महिला के परिजनों को दी। जिसके पश्चात रोहिताश ने दो साल व साढ़े तीन साल के मासूमों को उनके परिजनों के सुपुर्द कर दिया।
रोहिताश ने बताया कि मेरी सभी लोगों से अपील है कि कभी भी ऐसी स्थिति बने या कोई हादसा हो जाए तो सबसे पहले घायलों को अस्पताल में पहुंचाया जाए। मुख्यमंत्री आयुष्मान जीवन रक्षा योजना राजस्थान सरकार की एक पहल है, जिसके तहत सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्ति को निकटतम अस्पताल या ट्रॉमा सेंटर पहुंचाने वाले व्यक्ति (गुड सेमेरिटन) को 10 हजार की प्रोत्साहन राशि दी जाती है। यह योजना सड़क दुर्घटना के बाद घायलों की जान बचाने के उद्देश्य से लागू की गई है और इसका क्रियान्वयन चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के माध्यम से किया जाता है।
---------------
हिन्दुस्थान समाचार / दिनेश