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- प्रदेश में लगातार बारिश से वर्तमान में 17 जिलों के 402 गांव प्रभावित, पल-पल की हो रही निगरानी
- जलशक्ति मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह बाढ़ राहत कार्य के लिए जीरो ग्राउंड पर उतरे
लखनऊ, 03 अगस्त (हि.स.)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लगातार उत्तर प्रदेश में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों की माॅनीटरिंग कर रहे हैं। इस दौरान वह बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में अधिकारियों और राहत विभाग को आवश्यक दिशा निर्देश दे रहे हैं, जिससे राहत कार्यों में कोई कमी न रहे। इसके अलावा सीएम योगी के निर्देश पर मंत्री बाढ़ प्रभावित जिलों का ग्राउंड जीरो पर निरीक्षण कर रहे हैं। वर्तमान में प्रदेश के 17 जिले बाढ़ से प्रभावित हैं। इनमें कानपुर नगर, लखीमपुर खीरी, आगरा, औरैया, चित्रकूट, बलिया, बांदा, गाज़ीपुर, मीरजापुर, प्रयागराज, वाराणसी, चंदौली, जालौन, कानपुर देहात, हमीरपुर, इटावा और फतेहपुर शामिल हैं। इन सभी जिलों में राहत कार्य तेजी से चल रहे हैं। वहीं एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और पीएसी के जवानों द्वारा पेट्रोलिंग की जा रही है।
बाढ़ से 402 गांव प्रभावित, 47 हजार पीड़ितों को पहुंचायी गयी राहत
राहत आयुक्त भानु चंद्र गोस्वामी ने बताया कि वर्तमान में प्रदेश के 17 जिलों की 37 तहसीलें और 402 गांव बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। इन इलाकों में बाढ़ से 84,392 लोग प्रभावित हैं, जिनमें से 47,906 लोग ऐसे हैं जिन्हें राहत सहायता प्रदान की गयी है। वहीं बाढ़ की वजह से 2,759 मवेशियों को सुरक्षा स्थान पर शिफ्ट किया गया है। बाढ़ की चपेट में आने से अब तक 343 लोगाें के मकानों को क्षति पहुंची है, जिनमें से 327 लोगों को सहायता राशि प्रदान की जा चुकी है। वहीं प्रदेश में 4,015 हेक्टेयर से अधिक क्षेत्रफल बाढ़ की चपेट में आया है। इन प्रभावित क्षेत्रों में 493 नावों और मोटरबोट्स की सहायता से राहत सामग्री पहुंचाई जा रही है। इन इलाकों में अब तक 6,536 खाद्यान्न पैकेट और 76,632 लंच पैकेट वितरित किये जा चुके हैं। वर्तमान में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में 29 लंगर के जरिये पीड़ितों को भोजन की सुविधा दी जा रही है।
905 बाढ़ शरणालय में 11 हजार से अधिक लोगों को दी जा रही घर जैसी सुविधा
योगी सरकार की ओर से बाढ़ प्रभावित इलाकों में पीड़ितों के साथ मवेशियों की सुरक्षा और उनके खाने-पीने का भी पूरा ध्यान रखा जा रहा है। अब तक मवेशियों के लिए 500 कुंतल भूसा वितरित जा चुका है। इसके अलावा 1,29,571 क्लोरीन टेबलेट और 37,089 ओआरएस पैकेट भी वितरित किए जा चुके हैं ताकि जलजनित बीमारियों पर नियंत्रण पाया जा सके। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में कुल 905 बाढ़ शरणालय सक्रिय हैं, जहां 11,248 लोग अस्थायी रूप से निवास कर रहे हैं। इन सभी का 757 मेडिकल टीमों द्वारा मेडिकल चेकअप किया जा रहा है। इसके साथ ही 1,193 बाढ़ चौकियों की स्थापना की गई है, जो प्रभावित क्षेत्रों की स्थिति पर निगरानी रख रही हैं।
जलशक्ति मंत्री ने बाढ़ का हवाई जायजा लिया,बांटी राहत किट
प्रदेश में बाढ़ की स्थिति और पीड़ितों को राहत पहुंचाने के लिए मुख्यमंत्री योगी के निर्देश पर मंत्रियों की टीम—11 रविवार को ग्राउंड जीरो पर उतर गई। टीम में शामिल सभी मंत्री सीएम द्वारा आवंटित जिलों में जायजा और बाढ़ प्रभावित राहत कार्यों में जुट गए। इस बीच प्रदेश के जलशक्ति मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह ने सीएम के निर्देश मिलते ही रविवार को बाढ़ प्रभावित इलाकों में पहुंचे। सबसे पहले मंत्री ने हमीरपुर जिले में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई निरीक्षण किया। उन्होंने राहत व पुनर्वास कार्यों की प्रभावी रूपरेखा सुनिश्चित करने के लिए स्थानीय जनप्रतिनिधियों एवं प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक की। इसके बाद वह जनपद जालौन पहुंचे। उन्होंने बेतवा नदी में आई बाढ़ से प्रभावित पीड़ितों को राहत सामग्री वितरित की और उनकी हर प्रकार की सहायता का भरोसा दिलाया। इसके बाद जलशक्ति मंत्री औरैया जिले में यमुना नदी में उफान के चलते आई बाढ़ का जायजा लेने पहुंचे। उन्होंने बाढ़ के दृष्टिगत विभागीय एवं प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक कर राहत कार्यों की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने बाढ़ पीड़ितों को राहत सामग्री वितरित कर उन्हें हर संभव सहयोग का भरोसा दिलाया। इस दौरान राज्यमंत्री प्रतिभा शुक्ला उपस्थित रहीं। इसी तरह अन्य मंत्री भी बाढ़ राहत कार्यों का जायजा लेते हुए राहत कार्य में जुटे दिखे।
प्रदेश में बाढ़ प्रभावित जिलों में राहत कार्य की स्थिति
संगमनगरी प्रयागराज में 19 नावों और मोटर बोट लगाई गई हैं। यहां करीब 88 बाढ़ चौकी स्थापित की गई हैं। राहत कार्य के लिए एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की एक-एक टीम के साथ पीएसी की दो टीमें तैनात की गई हैं। वहीं 1375 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया है। जालौन जिले में 62 नावों और 31 मोटर बोट लगाई गई हैं। करीब 27 बाढ़ चौकी स्थापित की गई हैं। इसी तरह औरैया में 26 नावों और मोटर बोट लगाई गई हैं और करीब 9 बाढ़ चौकी स्थापित की गईं।
बुंदेलखंड के हमीरपुर जिले में 8 नावों और मोटर बोट लगाई गई हैं। यहां करीब 17 बाढ़ चौकी स्थापित की गईं। जबकि 1330 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया है। बांदा में 43 नावों को लगाने के साथ ही 47 बाढ़ चौकियों को स्थापित की गई हैं। आगरा में 2 नावों और मोटर बोट लगाई गई हैं और करीब 47 बाढ़ चौकी स्थापित की गई हैं।
वहीं पूर्वांचल के मीराजपुर जिले में 7 नावों और मोटर बोट और वाराणसी में 23 नावों और कानपुर देहात में 30 नावों को लगाया गया है। वहीं बलिया में 10 नावों और पांच बाढ़ चौकियां स्थापित की गई हैं।
यह मंत्री बाढ़ प्रभावित इलाकों का कर रहे निरीक्षण, जिले में करेंगे रात्रि विश्राम
- नंद गोपाल गुप्ता ‘नंदी’- प्रयागराज
- स्वतंत्र देव सिंह और संजय गंगवार- जालौन
- स्वतंत्र देव सिंह और प्रतिभा शुक्ला- औरैया
- रामकेश निषाद- हमीरपुर
- जयवीर सिंह- आगरा
- नंद गोपाल गुप्ता- मीरजापुर व बांदा
- सुरेश खन्ना- वाराणसी
- संजय निषाद- कानपुर देहात
- धर्मवीर प्रजापति- इटावा
- अजीत पाल- फतेहपुर
- दयाशंकर 'दयालु'- बलिया
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हिन्दुस्थान समाचार / मोहित वर्मा