वाल्मिकी समाज ने स्वच्छता में नंबर वन बनाकर बढ़ाया इंदौर का मानः कैलाश विजयवर्गीय
वीर गोगादेव के जन्मोत्सव के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रम


- मंत्री विजयवर्गीय ने जाहर वीर गोगा देवजी के जन्मोत्सव पर इंदौर की समस्त छड़ियों एवं निशानों का पूजन कर सेवादारों का किया सम्मान

इंदौर, 3 अगस्त (हि.स.)। वाल्मिकी समाज इंदौर की शान है। इंदौर को यदि आठवीं बार स्वच्छता में नंबर वन का पुरस्कार मिला है तो इसका श्रेय वाल्मिकी समाज के युवाओं और माताओं को जाता है। इन्होंने इंदौर का मान बढ़ाया है और इंदौर का नाम पूरे विश्व में रोशन हुआ है। यह बात नगरीय विकास एवं आवास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने शनिवार की रात जाहर वीर गोगादेव के जन्मोत्सव के उपलक्ष्य में इंदौर शहर की समस्त छड़ियों और निशानों का पूजन करते हुए कही।

इस अवसर पर क्षेत्र क्रमांक-1 स्थित हंसदास मठ पर आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि इस साल निशान की सेवा करने वाले ज्यादातर युवा हैं और वर्तमान में इस बात की आवश्यकता भी है कि युवा हमारे सामाजिक-धार्मिक उत्सवों में ज्यादा से ज्यादा भागीदारी करें। इन आयोजनों के माध्यम से इतनी शक्ति प्राप्त करें कि हर तरह के दुर्व्यसनों से दूर रहें। गोगादेव महाराज साक्षात रूप से ईश्वर का स्वरूप है। उनके शौर्य और पराक्रम के किस्से जब पढ़ते हैं तो बड़ा गर्व महसूस होता है। महमूद गजनी जब सोमनाथ पर हमला करने आय़ा था तो गोगादेवजी ने उसको सात बार रोकने की कोशिश की थी और आठवी बार वो युद्धभूमि में वीरगति को प्राप्त हो गए। उनके साथ ही उनके कई बंधु-बांधव भी वीरगति को प्राप्त हुए थे। गोगादेवजी महाराज सामाजिक समरसता और वीरता के प्रतीक थे।

विजयवर्गीय ने कहा कि गोगादेव महाराज की गौ रक्षा में भी बड़ी ख्याति थी। गौ सेवा उनका परम धर्म था। एक बार जब उनके परिवार में आपस में लड़ाई हो गई तो उनकी गायों को महमूद गजनी के पाले में छोड़ आए थे। गोगादेवजी गए और गजनी के यहां से गोमाताओं को छुड़ा कर लाए थे। मैंने अभी सुना की गोगादेव की भक्ति में बड़े सख्त नियमों का पालन किया जाता है। उपासना करने वाले पुरूष सवा महीने तक उपवास कर महिलाओं के हाथ का भोजन ग्रहण नहीं करते हैं। इस तरह सात्विकता का पालन करते हुए गोगादेवजी की भक्ति करते हैं। गोगादेवजी की सेवा से ही भक्तों को विशेष शक्ति मिलती है। इस बार गोगादेव जी के निशानों पर देवी-देवताओं की बड़ी सुंदर आकृतियां दिखाई दे रही हैं।

उन्होंने कहा कि मुझे गर्व है कि मेरे आग्रह पर आप इतने सारे निशान लेकर यहां पर आए। पिछली बार 40 थे इस बार करीब 70 निशान पूजन के लिए आए हैं। यह बहुत बड़ी बात है। मुझे आज गोगादेव जी के इतने निशान की पूजा करने का अवसर प्राप्त हुआ। इसके लिए मैं आपका कृतज्ञ हूं। इतने निशानों से हंसदास मठ चार धामों का पुण्य वाला स्थान बन गया है। इस अवसर पर पूर्व विधायक श्री आकाश विजयवर्गीय ने भी सम्बोधित किया।

वाल्मिकी समाज ने किया भव्य स्वागत

गोगादेव जी की छड़ियों के सामूहिक पूजन के कार्यक्रम का यह दूसरा साल है। इस कार्यक्रम की शुरूआत पिछले साल मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने की थी। कार्यक्रम का शुभारंभ महापुरुषों के चित्रों पर माल्यार्पण करके की गई। कार्यक्रम में मंत्री कैलाश विजयवर्गीय और पूर्व विधायक आकाश विजयवर्गीय ने समस्त निशानों की पूजा की। इस अवसर पर पार्षद पराग कौशल, अशोक चौहान सहित अन्य जनप्रतिनिधि तथा बड़ी संख्या में वाल्मिकी समाज के नागरिकगण मौजूद थे।

हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर