गृहस्थ जीवन में रहते हुए कल्प नारायण ने प्रचारक जैसा जीवन जिया: स्वान्त रंजन
बोलते हुए स्वान्त रंजन


कार्यक्रम में उपस्थित जन


एक आदर्श स्वयंसेवक थे कल्प नारायण पाण्डेय

बाराबंकी,03 अगस्त (हि.स.)। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय प्रचारक प्रमुख स्वान्त रंजन ने कहा कि कल्प नारायण पाण्डेय ने गृहस्थ जीवन में रहते हुए प्रचारक जैसा जीवन जिया। राष्ट्र सेवा के प्रति उनका समर्पण, त्यागमय जीवन और प्रेरणादायी व्यक्तित्व हम सभी के लिए सदैव प्रेरणास्त्रोत रहेगा। संघ कार्य में उनका योगदान राष्ट्र निर्माण की चेतना को सदैव आलोकित करता रहेगा।

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचारक सहित अनेक दायित्वों का निर्वहन करने वाले पूरे गिरधर निवासी कल्प नारायण पाण्डेय की पुष्पांजलि सभा सरस्वती विद्या मंदिर राम सनेही घाट के सभागार में आयोजित की गयी।

मुख्य वक्ता के रूप में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय प्रचारक प्रमुख स्वांत रंजन ने कल्प नारायण पाण्डेय के चित्र पर पुष्पार्चन के पश्चात संघ की क्रमिक विकास यात्रा व स्वयंसेवक विषय पर अपनी बात रखी।

उन्होंने कहा कि उनकी जीवनशैली ऐसी थी जिसमें उन्होंने अपने को सांसारिक सुखों से दूर रहकर आत्म-अनुशासन, आत्म-संयम और सादगी जैसे जीवन जीने पर जोर दिया। उन्होंने आत्मा की शुद्धि के लिए राष्ट्र साधना किया और दिव्यता के करीब पहुंचे। भारत माता के भव्य स्वरूप को गढ़ने में उन्होंने अपने जीवन के क्षण-प्रतिक्षण का सदुपयोग किया। स्वान्त रंजन ने कहा कि यद्यपि तपस्वी जीवन एक चुनौतीपूर्ण जीवनशैली है लेकिन यह उन लोगों के लिए एक शक्तिशाली मार्ग हो सकता है जो वैयक्तिक विकास के साथ-साथ भारत माता को परम वैभव तक ले जाने की तलाश में हैं।

उन्होंने कहा कि संघ आज कार्य करते हुए 100 वर्ष पूर्ण कर रहा है। संघ ने कल्प नारायण पाण्डेय जैसे लाखों स्वयंसेवकों का निर्माण किया है जिनके कारण समाज में विश्वास का जागरण हुआ है।

इस अवसर पर सह जिला कार्यवाह संजय,जिला प्रचार प्रमुख पवन कुमार मिश्र,गायत्री परिवार के संजय चतुर्वेदी,विवेक पाण्डेय,सेवा भारती के ललराम चौधरी,भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष अवधेश श्रीवास्तव,परमेन्द्र सिंह बाबा सहित तमाम स्वयंसेवक उपस्थित रहे।

हिन्दुस्थान समाचार / बृजनंदन