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ग्वालियर, 03 अगस्त (हि.स.)।सावन का आखिरी सोमवार 4 अगस्त को पड़ रहा है। भगवान शिव को समर्पित सावन माह अब अपने अंतिम चरण में है।अब तक सावन के तीन सोमवार निकल चुके हैं और अब आखिरी सोमवार है तो इसलिए इसका महत्व और बढ़ जाता है।
ज्योतिषाचार्य सुनील चोपड़ा ने बताया की इस बार सावन के आखिरी सोमवार पर सर्वार्थ सिद्धि योग समेत कई शुभ संयोग बनने से दिन का महत्व बढ़ रहा है। हिंदू धर्म में सर्वार्थ सिद्धि योग को अत्यंत शुभ माना गया है। मान्यता है कि इस अवधि में किए गए कार्यों का शुभ फल प्राप्त होता है। इसके अलावा ब्रह्म व इंद्र योग रहेगा। चंद्रमा अनुराधा नक्षत्र और चित्रा नक्षत्र से वृश्चिक राशि पर संचार करेंगे।
सावन के आखिरी सोमवार को जलाभिषेक के मुहूर्त : सावन के आखिरी सोमवार को जलाभिषेक का ब्रह्म मुहूर्त सुबह 04.20 से सुबह 05.02 बजे तक रहेगा। जलाभिषेक का अभिजीत मुहूर्त दोपहर 12 बजे से 12.54 बजे तक रहेगा। विजय मुहूर्त दोपहर 02.42 मिनट से दोपहर 03.36 बजे तक रहेगा। अमृत काल शाम 05.47 बजे से शाम 07.34 बजे तक रहेगा।मान्यता है कि सावन सोमवार को भगवान शिव का जलाभिषेक करने से जीवन में सुख-समृद्धि आती है। रोगों से मुक्ति मिलती है और मनवांछित फल की प्राप्ति होती है।
हिन्दुस्थान समाचार / शरद शर्मा