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रुद्रप्रयाग, 3 अगस्त (हि.स.)। जिला पंचायत अध्यक्ष का पद लगातार तीसरी बार महिला के लिए आरक्षित किया गया है। 18 सदस्यीय सदन में इस बार 9 महिला सदस्य चुनकर आईं हैं, जिसमें सत्तादल से दो अधिकृत हैं। वर्ष 2019 में पौड़ी, चमोली और टिहरी जिले के सीमांत क्षेत्रों को मिलाकर रुद्रप्रयाग जनपद का गठन किया गया था।
गंगाधर नौटियाल को जिले का पहला जिला पंचायत अध्यक्ष बनने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। वहीं, केदारनाथ विस की दो बार विधायक रही शैलारानी रावत जिला पंचायत की पहली महिला अध्यक्ष चुनी गईं। इसके बाद 2014 में बजीरा सीट से सदस्य निर्वाचित हुईं कांग्रेस अधिकृत लक्ष्मी राणा जिला पंचायत अध्यक्ष बनीं। उनका पांच वर्ष का कार्यकाल सराहनीय रहा।
2019 में हुये त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में बजीरा सीट एससी महिला के लिए आरक्षित हुईं, जिसमें भाजपा से अधिकृत अमरदेई शाह सदस्य निर्वाचित हुईं और जिला पंचायत अध्यक्ष बनी। करीब दो वर्ष के कार्यकाल के बाद सदन में उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया गया। लेकिन इससे पहले ही उन्होंने जिलाधिकारी को अपना इस्तीफा सौंप दिया था। बाद में वह, पुन: वह अध्यक्ष निर्वाचित हुईं और पूरा कार्यकाल किया। अब, उत्तराखंड शासन ने इस बार त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में जिला पंचायत अध्यक्ष का पद महिला आरक्षित हो गया है। जनपद को चौथी महिला अध्यक्ष मिलेगी।
इधर, वर्तमान परिस्थितियों में भाजपा से 5 सदस्य निर्वाचित हुये हैं, जिसमें कंडाली व खांकरा र्वाड से महिला सदस्य निर्वाचित हुई हैं। बता दें कि जिला पंचायत सदस्य के तौर पर 9 महिलायें निर्वाचित हुई हैं, जिसमें भाजपा अधिकृत दो व कांग्रेस अधिकृत एक सदस्य शामिल है। शेष 6 महिला सदस्य निर्दलीय हैं।
हिन्दुस्थान समाचार / दीप्ति