सिरसा: खेतों में बरसाती पानी जमा होने से खराब हुई फसल पर किसानों ने चलाया ट्रेक्टर
गांव नुहियांवाली में खराब हुई फसल पर टै्रक्टर चलाता किसान।


सिरसा, 3 अगस्त (हि.स.)। सिरसा जिला के गांव ओढां क्षेत्र में पिछले दिनों लगातार हुई बरसात के चलते फसलों में जलभराव होने से किसानों की फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है। खेतों से पानी की निकासी न होने से नरमा व ग्वार की फसल झुलसकर खत्म हो रही है।

गांव नुहियांवाली में कुछ किसानों ने मजबूरन अपनी नरमा व ग्वार की फसल पर रविवार शाम को टै्रक्टर चला दिया।

किसान जगदीश सहारण व रणवीर सिंह ने बताया कि बरसात अधिक होने के चलते नरमा व ग्वार की फसल में कई दिनों से पानी खड़ा था।

आस पड़ोस के खेतों में भी जलभराव होने के कारण वे फसल से पानी भी नहीं निकाल सकते हैं। उन्होंने बताया कि काफी समय से पानी खड़ा रहने के चलते पौधे गलकर खत्म हो रहे थे। ऊपर से और बरसात हो रही है।

ऐसे में उन दोनों को करीब 4 एकड़ नरमा व ग्वार की फसल में हल चलाना पड़ा। किसानों ने बताया कि उन्होंने कुछ अपनी व कुछ भूमि ठेके पर लेकर काश्त की थी। उन्हें उम्मीद थी कि इस बार फसल अच्छी होगी, लेकिन उन्हें खरीफ की फसल में घाटा उठाना पड़ा है। उन्होंने कहा कि अब आगामी फसल का भी समय नहीं है इसलिए उन्हें दोहरा नुकसान उठाना पड़ेगा।

किसानों ने सरकार से मांग करते हुए कहा कि जिन किसानों की जलभराव या बरसात की वजह से फसलें खराब हुई है उनकी स्पेशल गिरदावरी करवाकर उचित मुआवजा दिया जाए।

इसके अलावा नाथूसरी चोपटा खंड के करीब 10 गांवों में 2608 एकड़ से अधिक कृषि भूमि जलभराव की चपेट में आ चुकी है। कृषि विभाग के अनुसार, इनमें से 1110 एकड़ में 50 से 75 प्रतिशत तक फसल खराब हो चुकी है, जबकि 1500 एकड़ भूमि पर 100 प्रतिशत फसल नष्ट हो गई है।

प्रभावित गांवों में चाहर वाला, तरकांवाली, शाहपुरिया, शक्कर मंदोरी, गंजा रुपाणा, रुपाणा बिश्नोईयां, माखोसरानी, नाथूसरी कला, हजीरा, लुदेसर, रुपाणा खुर्द, दड़बा, रूपवास, रायपुर आदि प्रमुख हैं। ऐलनाबाद के विधायक भरत सिंह बैनीवाल ने मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी को पत्र लिखकर प्रभावित किसानों को 35,000 रुपये प्रति एकड़ का मुआवजा देने की मांग की है।

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हिन्दुस्थान समाचार / Dinesh Chand Sharma