झज्जर : कैकेई बनवास न मांगती तो राम राजा बनकर रह जाते, राम नहीं बनते: धनखड़
ओम प्रकाश धनखड़, भाजपा नेता।


झज्जर, 3 अगस्त (हि.स.)। भारतीय जनता पार्टी के सचिव ओमप्रकाश धनखड़ ने रविवार को यहां दक्ष प्रजापति समारोह में आई भीड़ से गदगद होते हुए जबरदस्त हुंकार भरी और इस शहर का नाम झज्जर होने का श्रेय प्रजापति समाज के काम को दे डाला। उन्होंने कहा कि झज्जर की झझरी पूरे देश में प्रसिद्ध है। प्रजापति समाज के काम से यह झझरी प्रसिद्ध हुई और इसी से झज्जर का नाम निकला।

धनखड़ ने मंच से अपने जोशीले अंदाज में कहा कि कैकेयी यदि राम के लिए बनवास नहीं मांगती तो राम राजा ही बनकर रह जाते राम नहीं। इसी तरह से यदि महाराजा दक्ष प्रजापति की बेटी यदि शपथ नहीं लेती तो आज हमारे देश में जो 52 शक्तिपीठ हैं, वे स्थापित न हो पाती। भाजपा नेता धनखड़ ने अपने ठेठ हरियाणवी में भारत में स्थापित इन 52 शक्तिपीठ के नाम भी मंच से गिनवाए। उन्होंने देश में प्रजापति समाज का अहम रोल बताया। उन्होंने कहा कि आज यदि कोई मिट्टी से बना हुआ बर्तन किसी के हाथ में आ जाता है तो उसकी जिज्ञासा होती है कि यह कौन से वर्ष में बना था। धनखड़ ने मंच के माध्यम से प्रजापति समाज की सभी मांगें पूरी करने की मांग भी कैबिनेट मंत्री रणबीर गंगवा के सामने उन्हें ठाडा मंत्री बताते हुए रखी।

इस दौरान धनखड़ ने मीडिया के सवालों के भी जवाब दिए। दुष्यन्त चौटाला के नायब सैनी सरकार को गायब सरकार बताने के सवाल का जवाब देते हुए न सिर्फ प्रदेश की सरकार को नायाब बताया, बल्कि यह भी कहा कि किसी के छोटा बताने से कोई छोटा नहीं बन जाता। राहुल गांधी के भाजपा पर वोटों की चोरी करने का आरोप लगाए जाने के सवाल का जवाब देते हुए धनखड़ ने कहा कि जब महाराष्ट्र का चुनाव हुआ था, तब यही लोग वहां वोट बढ़ाए जाने की बात कहते थे। अब जब बिहार का चुनाव आने वाला है तो यहीं लोग अब वहां पर वोट घटने की बात कहते है। इसी वजह से इन लोगों के बयान को कोई गंभीरता से नहीं लेता।

हिन्दुस्थान समाचार / शील भारद्वाज