Enter your Email Address to subscribe to our newsletters
—बाढ़ प्रभावित परिवारों को तत्काल राहत किट मुहैया कराने का निर्देश,अधिकारियों के साथ बाढ़ से निपटने की तैयारियों को लेकर की बैठक
वाराणसी,03 अगस्त (हि.स.)। उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिले में लगातार वर्षा के कारण गंगा नदी का जलस्तर खतरे के बिंदु को पार कर चुका है, और इसके शीघ्र ही अधिकतम जलस्तर बिंदु को पार करने की संभावना है। ऐसी चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में पीड़ित क्षेत्र के नागरिकों की सुरक्षा एवं संभावित आपदा से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए मंडलायुक्त एस राजलिंगम ने रविवार को बाढ़ का निरीक्षण किया।
गंगा नदी में बढ़ते जलस्तर को देखते हुए कमिश्नर ने रविदास पार्क से नाव पर सवार होकर अस्सी घाट होते हुए ललिता घाट नेपाली मंदिर तक बाढ़ क्षेत्र तथा उससे प्रभावित जनजीवन के सहायता के लिए पीड़ितों से संवाद किया। निरीक्षण के दौरान मंडलायुक्त ने अधिकारियों के साथ बाढ़ से निपटने की तैयारियों, त्वरित बचाव कार्यों एवं राहत वितरण व्यवस्था की गहन समीक्षा की। साथ ही संभावित बाढ़ के प्रभाव को न्यूनतम करने के लिए समन्वित रणनीति तैयार करने पर भी विस्तृत विचार-विमर्श किया गया, जिससे किसी भी आपात स्थिति में प्रभावी और त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित की जा सके।
इस दौरान उन्होंने उप जिलाधिकारी सदर को निर्देशित किया की बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में निरीक्षण कर यह सुनिश्चित करें की कोई भी व्यक्ति बाढ़ के पानी में न फसने पाए। कोई भी परिवार बाढ़ से प्रभावित होता है तो तत्काल उस परिवार को बाढ़ राहत किट वितरण किया जाए। बाढ़ के दौरान कोई पशु भी प्रभावित न होने पाए पूर्व में ही पशुओं को चिन्हित करते हुए उनको भी ससमय सुरक्षित स्थान पर भेज दिया जाए। निरीक्षण के दौरान मंडलायुक्त ने बाढ़ राहत शिविरों में रह रहे लोगों को सभी जरूरी वस्तुओं को मुहैया कराने के निर्देश दिए। उन्होंने ड्यूटीरत अधिकारियों,कर्मचारियों को लगातार प्रभावित लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए निर्देशित किया । नगर निगम को साफ-सफाई के लिए लगातार अभियान चलाने को कहा ताकि उचित सेनिटेशन मेनटेन रहे। निरीक्षण के दौरान एसडीएम सदर अमित कुमार, एसडीएम शम्भु कुमार, एनडीआरएफ, जल पुलिस के अफसर भी मौजूद रहे।
---------------
हिन्दुस्थान समाचार / श्रीधर त्रिपाठी