अयोध्या जिला कारागार में 120 कैदियों की क्षमता की बन रही बैरक
अयोध्या जिला कारागार


-कारागार विभाग 3.62 करोड़ की लागत से भूतल और प्रथम तल पर करा रहा निर्माण

अयोध्या, 3 अगस्त (हि.स.)। उत्तर प्रदेश की अयोध्या जिला कारागार में 120 कैदियों की क्षमता वाली नई बैरकों का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। परियोजना के तहत चार बैरक बनाए जा रहे हैं, जिनमें प्रत्येक की क्षमता 30 कैदियों की होगी। कारागार विभाग की ओर से भूतल और प्रथम तल पर इन बैरकों का निर्माण कराया जा रहा है। इस परियोजना की अनुमानित लागत 3.62 करोड़ रुपये बताई जा रही है। इसे वर्ष 2025 के अंत तक पूरा करने का लक्ष्य है। उत्तर प्रदेश पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड (यूपीपीसीएल) इस परियोजना की कार्यदायी संस्था है। अभी तक 30 फीसदी के करीब कार्य पूरा हो चुका है और सुपर स्ट्रक्चर का निर्माण कार्य प्रगति पर है।

सरकार का यह कदम जेलों में भीड़भाड़ को कम करने और कैदियों के लिए बेहतर रहन-सहन की व्यवस्था सुनिश्चित करने की दिशा में महत्वपूर्ण है। अयोध्या जिला कारागार में कैदियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए इन बैरकों का निर्माण आवश्यक हो गया था। नई बैरकों से न केवल कैदियों को पर्याप्त स्थान मिलेगा, बल्कि जेल प्रशासन को व्यवस्थाओं को और सुचारु बनाने में मदद मिलेगी। इसके साथ ही, सरकार ने जेलों में सुरक्षा और निगरानी को मजबूत करने के लिए आधुनिक तकनीकों, जैसे सीसीटीवी कैमरों और अन्य निगरानी उपकरणों की स्थापना पर भी जोर दिया है।

कैदियों के रहन-सहन की स्थिति में सुधार होगा

कारागार विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि परियोजना के पूरा होने से जेल की क्षमता में वृद्धि होगी, जिससे कैदियों के रहन-सहन की स्थिति में सुधार होगा। सरकार का मानना है कि जेलों में सुधार न केवल कैदियों के पुनर्वास में सहायक होगा, बल्कि समाज में अपराध की रोकथाम में भी योगदान देगा।

आधुनिक मानकों पर आधारित है बैरकों का डिजाइन

यूपीपीसीएल के अधिकारी राजेश कुमार सिंह ने बताया की नई बैरकों का डिजाइन आधुनिक मानकों पर आधारित है, जो कैदियों के लिए सुरक्षित और स्वच्छ वातावरण सुनिश्चित करेगा। निर्माण कार्य में गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जा रहा है। सुपर स्ट्रक्चर का कार्य पूरा हो चुका है, और शेष निर्माण कार्य तेजी से आगे बढ़ रहा है। समय सीमा तक कार्य पूर्ण करने का पूरा प्रयास रहेगा।----------------

हिन्दुस्थान समाचार / पवन पाण्डेय