जिहाद की ज्वाला, मिशन की चाल: संघ का संकल्प, भारत की ढाल
प्रणय विक्रम सिंह
भारत की आत्मा सहिष्णुता और समन्वय पर आधारित रही है। ''एकम् सद्विप्रा बहुधा वदन्ति'' का उद्घोष ही इसका प्राण रहा। किंतु मध्यकाल में इस्लामी आक्रांताओं के साथ एक अमानवीय जिहाद नामक एक नई मानसिकता उतरी। जिसने तलवार और दमन से मंदिर
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