लुधियाना के शिक्षक नरिंदर सिंह का राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार के लिए चयन
चंडीगढ़, 25 अगस्त (हि.स.)। पंजाब के लिए गर्व की बात है कि लुधियाना ज़िले के सरकारी प्राइमरी स्कूल, जंडियाली में सेवाएं दे रहे शिक्षक नरिंदर सिंह का चयन राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार 2025 के लिए हुआ है। यह उपलब्धि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के प्रति
राष्ट्रीय पुरस्कार के लिए चयनित अध्यापक


चंडीगढ़, 25 अगस्त (हि.स.)। पंजाब के लिए गर्व की बात है कि लुधियाना ज़िले के सरकारी प्राइमरी स्कूल, जंडियाली में सेवाएं दे रहे शिक्षक नरिंदर सिंह का चयन राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार 2025 के लिए हुआ है। यह उपलब्धि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के प्रति उनकी उत्कृष्ट और निष्ठावान प्रतिबद्धता का प्रमाण है।

इस राष्ट्रीय स्तर की मान्यता पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए पंजाब के स्कूल शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने नरिंदर सिंह को हार्दिक बधाई दी और उनके भावी प्रयासों में निरंतर सफलता की कामना की। उन्होंने कहा कि नरिंदर सिंह की उपलब्धि अन्य शिक्षकों के लिए प्रेरणा है, जिससे वे भी अपने विद्यार्थियों के जीवन में मेहनत और समर्पण के द्वारा सकारात्मक व सार्थक प्रभाव डाल सकते हैं। शिक्षा मंत्री ने विद्यार्थियों में शिक्षा के प्रति प्रेम जगाने के लिए नरिंदर सिंह की उत्कृष्ट शिक्षण क्षमता, नवाचारी दृष्टिकोण और अटूट समर्पण की सराहना की। उन्होंने कहा कि यह राष्ट्रीय स्तर की मान्यता गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की परिवर्तनकारी शक्ति को दर्शाती है।

राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार समारोह 5 सितम्बर, 2025 को नई दिल्ली स्थित विज्ञान भवन में आयोजित होगा। इस अवसर पर नरिंदर सिंह को उनके योगदान और समर्पण को मान्यता देते हुए मेरिट सर्टिफिकेट, 50,000 रुपये का नकद पुरस्कार तथा एक रजत पदक प्रदान कर सम्मानित किया जाएगा। राष्ट्रीय पुरस्कार के लिए चुने जाने पर आभार और खुशी प्रकट करते हुए जनवरी 2002 से स्कूल शिक्षा विभाग में सेवाएं दे रहे नरिंदर सिंह ने कहा, “मैं इस राष्ट्रीय सम्मान को पाकर अत्यंत गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं। इस उपलब्धि का श्रेय मैं अपने विद्यार्थियों, सहयोगियों और शिक्षा विभाग के समर्थन को देता हूं। मैं भविष्य में भी उत्कृष्टता के लिए प्रयासरत रहूंगा और अपने विद्यार्थियों के जीवन पर सकारात्मक प्रभाव डालने के लिए निरंतर कार्य करता रहूंगा। उन्होंने जंडियाली स्कूल की सूरत बदलने में ग्राम पंचायत और राज्य सरकार की महत्त्वपूर्ण भूमिका का उल्लेख करते हुए बताया कि सामूहिक प्रयासों से विद्यालय में 15 स्मार्ट कक्षाएं, 3 पुस्तकालय (एक मोबाइल पुस्तकालय सहित) तथा 3 विशेष पार्क- सुंदर लेखन पार्क, गणित पार्क और आईटी पार्क स्थापित किए गए हैं।

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हिन्दुस्थान समाचार / संजीव शर्मा