एमटीएनएल से सेवानिवृत्त बुजुर्ग को किया डिजिटल अरेस्ट, आरोपित गिरफ्तार
नई दिल्ली, 23 अगस्त (हि.स.)। उत्तर पश्चिमी जिले की साइबर थाना पुलिस ने डिजिटल अरेस्ट ठगी के मास्टरमाइंड को गिरफ्तार किया है। आरोपित ने खुद को सीबीआई अधिकारी बताकर एक वरिष्ठ नागरिक से 9 लाख रुपये की ठगी की थी। पुलिस ने बताया कि ठगी की पूरी रकम आरोपित
डिजिटल अरेस्ट के मामले में पकड़े गए आरोपित की फोटो


नई दिल्ली, 23 अगस्त (हि.स.)। उत्तर पश्चिमी जिले की साइबर थाना पुलिस ने डिजिटल अरेस्ट ठगी के मास्टरमाइंड को गिरफ्तार किया है। आरोपित ने खुद को सीबीआई अधिकारी बताकर एक वरिष्ठ नागरिक से 9 लाख रुपये की ठगी की थी। पुलिस ने बताया कि ठगी की पूरी रकम आरोपित के बैंक खाते में ट्रेस की गई है। पकड़े गए आराेपित की पहचान फरीदाबाद निवासी सोनू अंसारी (26) के रूप में हुई है।

उत्तर पश्चिमी जिले के डीसीपी भीष्म सिंह ने बताया कि केशवपुरम निवासी शिकायतकर्ता गणेश दत्त (76) एमटीएनएल इंजीनियर से सेवानिवृत्त है।शिकायत में उन्होंने बताया कि उन्हें कुछ लोगों ने व्हाट्सऐप वीडियो कॉल पर संपर्क किया और खुद को सीबीआई अधिकारी बताते हुए कहा कि उनका नाम मनी लान्ड्रिंग मामले में आया है। डर दिखाकर उन्होंने उनसे 9 लाख रुपये दो किस्तों में आरोपित द्वारा बताए गए बैंक खाते में जमा करा लिए। पुलिस ने शिकायतकर्ता के बयान पर मुकदमा दर्ज किया।

डीसीपी के अनुसार मामले की गंभीरता से लेते हुए साइबर थाना पुलिस ने जांच शुरू की। जांच में पता चला कि आरोपित केवल व्हाट्सऐप और टेलीग्राम के जरिए संपर्क कर रहा है। इसके अलावा बैंक खाते और आधार से जुड़े पते फर्जी है। कई स्तर की डिजिटल और तकनीकी जांच के बाद आरोपित की पहचान सोनू अंसारी के रूप में हुई। डीसीपी के अनुसार पुलिस ने तकनीकी निगरानी और लगातार प्रयासों के बाद आरोपित सोनू अंसारी को गिरफ्तार किया।

पूछताछ में उसने ठगी की बात स्वीकार कर ली। आरोपित ने खुलासा किया कि पैसों की जरूरत के चलते उसकी मुलाकात एक प्रतीक दुबे नामक व्यक्ति से हुई थी। उसकी सलाह पर सोनू ने बैंक ऑफ महाराष्ट्र में फर्जी किरायानामे के आधार पर खाता खुलवाया और उसके सारे दस्तावेज प्रतीक को सौंप दिए। इसी खाता में पीड़ित से ठगी गई रकम मंगाने के लिए इस्तेमाल किया गया। फिलहाल पुलिस अब प्रतीक दुबे और अन्य साथियों की तलाश कर रही है।

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हिन्दुस्थान समाचार / कुमार अश्वनी