Enter your Email Address to subscribe to our newsletters
अमेठी, 02 अगस्त (हि.स.)। उत्तर प्रदेश के बहराइच जनपद के बाद अब अमेठी जिले में भी तेंदुए का आतंक देखने को मिल रहा है। जिले के मुसाफिरखाना तहसील क्षेत्र अंतर्गत भैदपुर और बिरईपुर गांव के लोग दहशत में जीने को मजबूर हैं। दोनों गांव में मिलाकर लगभग आधा दर्जन लोगों को काटकर घायल कर चुका है। शाम तक गांव में घूमता हुआ दिखाई दे रहा है तेंदुआ। बचाव एवं राहत कार्य के लिए पुलिस तथा वन विभाग की टीम लगी हुई है।
शनिवार की दोपहर को भैदपुर गांव में तीन ग्रामीण अपने खेतों में खाद डालने गए हुए थे। धूप होने के कारण वह खेत के बगल पेड़ के नीचे बैठ गए। तभी पीछे झाड़ियों से निकला तेंदुआ ग्रामीणों के ऊपर हमला कर दिया। जिसके चलते तीनों ग्रामीण घायल हो गए। तीनों लोगों को इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मुसाफिरखाना पहुंचाया गया। जहां डॉक्टर ने इलाज करने के बाद दो लोगों को वापस घर भेज दिया। जबकि एक युवक की गंभीर हालत को देखते हुए उसे जिला अस्पताल सुल्तानपुर रेफर कर दिया है।
ग्रामीणों द्वारा इसकी सूचना पुलिस प्रशासन तथा वन विभाग के अधिकारियों को भी दी गई। सूचना के बाद पहुंचे एसडीम अभिनव कनौजिया और वन विभाग के रेंजर के सामने ही तेंदुए ने दोबारा हमला करते हुए महिला को घायल कर दिया। रेंजर ने अपनी गाड़ी से महिला को अस्पताल भिजवाया। भैदपुर गांव के बाद तेंदुए ने बिरईपुर गांव में हमला कर दिया। शाम तक कुल पांच लोगों को तेंदुए ने काटकर घायल कर दिया है।
दोनों गांव के ग्रामीण डरे सहमें और दहशत में हैं। मौके पर वन विभाग और पुलिस की टीम कांबिंग कर रही है। वन विभाग ने वन्य जीव हमले से बचाव के लिए सावधानियां बरतने के निर्देश दिए हैं। जिसमें वन विभाग ने कहा है कि जंगल में अकेले या रात में न जाएं। जंगल के आसपास रहने वाले लोग खासकर बच्चे और बुजुर्ग विशेष सावधानी बरतें। वन्य जीव दिखने पर तुरंत वन विभाग और पुलिस को सूचित करें। इसी के साथ अपने मवेशियों पालतू जानवरों घरों और खेतों की सुरक्षा के लिए उचित उपाय अपनाएं। अमेठी प्रशासन ने कहा आपकी सुरक्षा ही हमारी प्राथमिकता है।
डीएफओ अमेठी रणवीर मिश्रा ने बताया कि शनिवार को लगभग अपरान्हन 1 बजे ग्रामीणों से सूचना प्राप्त हुई कि मुसाफिरखाना तहसील के विकासखण्ड मुसाफिरखाना के अन्तर्गत कादूनाला वन ब्लॉक-1 के निकट ग्राम-भैदपुर, विरईपुर निकट नेवादा में कुछ ग्रामीणों को तेन्दुआ द्वारा घायल करने की सूचना प्राप्त हुई। सूचना प्राप्त होते ही वन विभाग, पुलिस विभाग एवं राजस्व विभाग की टीम मौके पर पहुँच कर उक्त स्थल का निरीक्षण किया तथा स्थानीय जनता को तेन्दुआ से बचकर रहने के सम्बन्ध में जागरुक किया गया। तेन्दुआ के रेस्क्यू करने हेतु नियमानुसार अग्रिम कार्यवाही की जा रही है। उक्त के दृष्टिगत किसी प्रकार की अप्रिय घटना को रोकने हेतु वर्तमान में उत्पन्न परिस्थितियों को देखते हुये ग्रामीणों में व्याप्त आतंक पर प्रभावी नियन्त्रण, स्थानीय जन मानस की सुरक्षा हेतु टीम का गठन कर दिया गया है, जो चौबीसों घंटे क्षेत्र में भ्रमणशील रहेगी।
---------------
हिन्दुस्थान समाचार / लोकेश त्रिपाठी