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नैनीताल, 2 अगस्त (हि.स.)। नैनीताल जनपद की दो ग्राम पंचायतों रोखड़ और तिवारीगांव में हाल में हुए पंचायत चुनावों में सामने आए परिणाम चर्चा का विषय बन गए हैं। इन दोनों ग्राम पंचायतों से जुड़ी घटनाएं अब सोशल मीडिया पर तेजी से प्रसारित हो रही हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार भीमताल विकासखंड की रोखड़ ग्राम पंचायत में प्रधान पद के लिए चार प्रत्याशी मैदान में थे। इनमें सर्वाधिक 82 मत प्राप्त कर योगेश्वर सिंह जीना विजयी रहे, जबकि निकटतम प्रत्याशी दीपा जीना को 74 मत प्राप्त हुए। अन्य प्रत्याशी भूपाल सिंह जीना को केवल तीन मत मिले, वहीं यशपाल सिंह जीना को एक भी मत नहीं मिला। इस स्थिति में साफ है कि यशपाल को स्वयं का भी मत नहीं मिल पाया, जिससे यह प्रश्न उठ रहा है कि क्या उन्होंने स्वयं को भी मत नहीं दिया या जानबूझकर किसी और को मत दे दिया।
वहीं बेतालघाट विकासखंड की तिवारीगांव ग्राम पंचायत में प्रधान पद के लिए छह प्रत्याशी मैदान में थे। इनमें हिमांशु जोशी ने 179 मत प्राप्त कर जीत हासिल की। सीमा तिवारी को 73, रोहित कुमार तिवारी को 45, जीवन सिंह को 14 और मनोज तिवारी को केवल एक मत प्राप्त हुआ और उनकी जमानत राशि भी जब्त हो गई।
यह स्थिति भी चर्चा का विषय बनी हुई है कि उन्हें अपने परिवार या सगे संबंधियों का भी मत भी नहीं मिल सका। बताया गया है कि यहां रोहित और मनोज तिवारी चचेरे भाई थे ओर आमने-सामने थे, जिनमें रोहित को जहां 45 मत मिले, वहीं मनोज को केवल एक। इन परिणामों पर सोशल मीडिया में टिप्पणियां की जा रही हैं कि पंचायत चुनाव में प्रत्याशियों को अपने पक्ष में करने के बड़े राजनीतिक दांव-पेंच चले, जिसके अनुसार ही प्रत्याशियों और उनके रिश्तेदारों ने तक मतदान किया।
हिन्दुस्थान समाचार / डॉ. नवीन चन्द्र जोशी