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लखनऊ, 02 अगस्त (हि.स.)। यूपीसीए का सोसाइटी से प्राइवेट लिमिटेड कंपनी में बदलना ही सारे भ्रष्टाचार का मूल कारण है और यह कुछ चुनिंदा लोगों द्वारा बीसीसीआई से मिलने वाले 100 करोड़ रुपये के फंड को लूटने की एक सोची-समझी साज़िश है। यह आरोप शनिवार को पूर्व मंत्री एवं रणजी क्रिकेटर मोहसिन रज़ा ने सोशल मीडिया पर वीडियो जारी करते हुए लगाए हैं।
सेव उत्तर प्रदेश क्रिकेट अभियान के तहत पूर्व मंत्री एवं रणजी क्रिकेटर मोहसिन रज़ा ने एक और वीडियो जारी कर उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन (यूपीसीए) पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए है
उन्होंने कहा कि ने यूपीसीए को जानबूझकर एक प्राइवेट कंपनी में बदला गया ताकि सार्वजनिक और सरकारी जवाबदेही से बचा जा सके। एक सोसाइटी खेल के विकास के लिए काम करती है, जबकि कंपनी का मुख्य उद्देश्य मुनाफ़ा कमाना होता है।
यह कदम सीधे तौर पर माननीय सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित लोढ़ा कमेटी की सिफारिशों का उल्लंघन है, जिन्हें लागू करना देश की सभी क्रिकेट संस्थाओं के लिए अनिवार्य है। यूपीसीए कंपनी एक्ट की आड़ में इन सुधारों को लागू करने से बच रही है।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि पूर्व की सोसाइटी के फंड को भी गैर-कानूनी तरीके से इस नई बनी कंपनी में ट्रांसफर कर उसका बंदरबांट किया गया।
रज़ा ने इस बात पर ज़ोर दिया कि यूपीसीए एक निजी कंपनी की तरह काम करते हुए उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा बनाए गए स्टेडियमों और अन्य संसाधनों का पूरा लाभ उठा रही है, लेकिन इसका फायदा प्रदेश के खिलाड़ियों को नहीं मिल रहा है।
आगे उन्होंने कहा कि यह कंपनी क्रिकेट टूर्नामेंट कराने की बजाय ट्रायल पर ज़्यादा ध्यान देती है, क्योंकि ट्रायल के नाम पर खिलाड़ियों और उनके अभिभावकों का आसानी से दोहन किया जा सकता है।
प्रदेश के सभी 75 जिलों के खिलाड़ियों, अभिभावकों और पंजीकृत क्रिकेट संघों से इस मुहिम में शामिल होने की अपील की है। उन्होंने कहा कि वे इस लड़ाई को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) तक ले जा रहे हैं।
यूपीसीए में लोढ़ा कमेटी की सिफारिशों को तत्काल प्रभाव से लागू किया जाए। वर्तमान कंपनी संरचना को भंग कर, एक पारदर्शी एपेक्स काउंसिल का गठन हो। खिलाड़ियों का चयन ट्रायल के बजाय जिला स्तर के टूर्नामेंट में उनके प्रदर्शन के आधार पर सुनिश्चित हो। उन्होंने विश्वास जताया कि यदि प्रदेश की जनता एकजुट हो जाए तो इस भ्रष्ट व्यवस्था को जड़ से उखाड़ा जा सकता है और उत्तर प्रदेश क्रिकेट का भविष्य सुरक्षित किया जा सकता है।
हिन्दुस्थान समाचार / रोहित कश्यप