Enter your Email Address to subscribe to our newsletters
रामगढ़, 2 अगस्त (हि.स.)। जिले में हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी रक्षाबंधन भाइयों की कलाई पर सखी मंडल की बनाई गई हस्त निर्मित राखी सजेगी। जिले में झारखंड राज्य आजीविका संवर्धन समिति (जेएसएलपीएस) के तत्वावधान में राखी निर्माण के लिए दो दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। सखी मंडल की महिलाओं के लिए राखी निर्माण आत्मनिर्भरता और रचनात्मकता का प्रतीक बनकर उभरा है। यह प्रशिक्षण रामगढ़ जिले के सीएमटीसी गोला में आयोजित किया गया। इसमें जिले के सभी प्रखंडों से कुल 30 सखी मंडल की दीदियों ने भाग लिया।
राखी निर्माण में उपयोग की जाने वाली सामग्री
प्रशिक्षण के दौरान दीदियों ने विभिन्न प्रकार की सामग्री का उपयोग करके राखियों का निर्माण किया। इसमें मोती, जरी, गोटा, रेशम धागा, रुद्राक्ष और अन्य सजावटी वस्तुएं शामिल थीं। इन सामग्रियों का उपयोग करके उन्होंने सैकड़ों राखियों का निर्माण किया है। जो उनके कौशल और रचनात्मकता का प्रमाण है। निर्मित राखियों को सखी मंडल की दुकानों और विभिन्न स्टाल के माध्यम से बाजार में उपलब्ध कराया जाएगा। प्रति राखी की दर 10 रुपए से 50 रुपए तक की होगी। इससे स्थानीय लोगों को हस्त निर्मित सुंदर और आकर्षक राखियों की सुविधा मिलेगी। यह पहल महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के साथ-साथ स्थानीय बाजार में उनकी उपस्थिति को भी मजबूत करेगी।
भाई बहन के रिश्तों को मजबूत करेगी हस्त निर्मित राखी
रामगढ़ डीसी ने बताया कि भाई बहन के रिश्तों को मजबूत करने में हस्त निर्मित राखी सहायक होगी। रक्षा बंधन जैसे पावन पर्व पर दीदियों की ओर बनाई गई राखियों का उपयोग भाई-बहन के रिश्ते को और भी मजबूत बनाता है। यह पहल न केवल आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में एक कदम है, बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक मूल्यों को भी प्रोत्साहित करती है।
---------------
हिन्दुस्थान समाचार / अमितेश प्रकाश