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कानपुर, 02 अगस्त (हि.स.)। जनपद में महिला सशक्तिकरण की अनूठी मिसाल प्रस्तुत करते हुए पांच बेटियों ने न केवल अपने पिता की शवयात्रा को कंधा दिया। बल्कि उनकी अंतिम इच्छा को पूरा करते हुए देह को कानपुर मेडिकल कालेज प्रमुख मनोज सेंगर के संरक्षण में दान कर दिया।
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी कानपुर) से सेवा निवृत्त 83 वर्षीय कर्मचारी नेता कामरेड आरके तिवारी का संक्षिप्त बीमारी से शुक्रवार को निधन हो गया था। निधन होने पर बेटी पूनम ने देहदान अभियान प्रमुख मनोज सेंगर को फोन कर संकल्प पूरा कराने का आग्रह किया। सेंगर द्वारा रात में ही मेडिकल कालेज से बात कर आवश्यक व्यवस्थाएं कराई गई और अगले दिन यानी शनिवार को शव वाहन भेज कर शरीर को कॉलेज तक लाने की व्यवस्था की गयी।
पांचों बेटियां प्रियंका, पूनम, भावना, गीतांजलि और वसुधा ने आगे बढ़ कर मृत देह को कंधा देते हुए निवास स्थान अशोक नगर से मेडिकल कॉलेज तक नारे लगाते हुए साथी सहयोगी शवयात्रा के साथ चल पड़े। मेडिकल कालेज पहुंचकर बेटियों ने ढपली बजाते हुए अपने पिता को अंतिम विदाई दी।
मेडिकल कॉलेज के एनाटॉमी विभाग के अनंत विजय ने आरके तिवारी के पार्थिव शरीर को सम्मान सहित स्वीकार किया। सभी पुत्रियों, नातिन ने मेडिकल कॉलेज में आयोजित स्मृति सभा को सम्बोधित किया। अंत में दो मिनट का मौन रखकर पार्थिव शरीर को दान कर दिया गया।
अंत में युग दधीचि अंग देहदान के प्रमुख मनोज सेंगर ने जानकारी देते हुए बताया कि देहदान अभियान द्वारा अब तक कुल 303 देह दान कराई जा चुकी हैं। इस अभियान से जुड़ने के इच्छुक लोग उनकी संस्था से जुड़ सकते हैं।
हिन्दुस्थान समाचार / रोहित कश्यप