रेंगमा संरक्षित वनांचल में बेदखली अभियान सफलतापूर्वक सम्पन्न
असम: गोलाघाट जिला के रेंगमा संरक्षित वनांचल में बेदखली अभियान का दृश्य


असम: गोलाघाट जिला के रेंगमा संरक्षित वनांचल में बेदखली अभियान का दृश्य


गोलाघाट (असम), 02 अगस्त (हि.स.)। गोलाघाट जिले के रेंगमा संरक्षित वन क्षेत्र में चल रहा पांच दिवसीय विशाल बेदखली अभियान का पहला चरण आज शांतिपूर्ण और सफलता के साथ सम्पन्न हुआ। विद्यापुर और 2 नंबर मधुपुर क्षेत्र में आज अभियान का अंतिम दिन बिना किसी विरोध के पूरा हुआ।

अभियान के तहत विद्यापुर, पिठाघाट, सोनारिबिल, दोवालपुर, दोलनीपथार, खेरबाड़ी, आनंदपुर, मधुपुर समेत कई अवैध अतिक्रमण क्षेत्रों से हजारों बीघा संरक्षित वनभूमि को पुनः प्राप्त किया गया और सैकड़ों अवैध निर्माणों को ध्वस्त कर दिया गया।

विशेष मुख्य सचिव एमके यादव ने मीडिया को बताया कि अब तक करीब 8900 बीघा वनभूमि को मुक्त किया गया है और 4000 से अधिक अवैध ढांचों को हटाया गया है। उन्होंने कहा कि शेष क्षेत्रों का मूल्यांकन और अगली चरण की तैयारी के लिए भूमि सर्वेक्षण कार्य जारी है। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि डोइंग संरक्षित वन क्षेत्र के मेरापानी स्थित नेघेरिबिल क्षेत्र में बसे 205 परिवारों को नोटिस भेजी गई है और आगामी 8 अगस्त से यहां बेदखली की कार्रवाई की जाएगी।

सरूपथार के विधायक विश्वजीत फूकन ने घोषणा की कि 3 अगस्त को दक्षिण नाम्बर संरक्षित वन क्षेत्र के 3 नंबर गेलाजान और राजापुखुरी क्षेत्रों में पुनः अभियान चलाया जाएगा। उन्होंने मुख्यमंत्री, विशेष मुख्य सचिव, जिला प्रशासन और नगालैंड सरकार के संयुक्त सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया। साथ ही कहा कि रेंगमा वन क्षेत्र को भविष्य में एक प्रमुख ईको-टूरिज्म स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा।

गोलाघाट के उपायुक्त पुलक महंत ने कहा कि सभी विभागों की समन्वित कोशिश से अभियान का पहला चरण शांतिपूर्ण और सफल रहा। उन्होंने इसे क्षेत्रीय अवलोकन और सुनियोजित रणनीति का परिणाम बताया।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजेन सिंह ने बताया कि सीआरपीएफ और असम पुलिस के सहयोग से कानून-व्यवस्था बनाए रखी गई। अभियान से पहले कुछ संदिग्धों की गिरफ्तारी, हथियार और प्रतिबंधित सामग्री की बरामदगी ने अभियान की आवश्यकता को और स्पष्ट किया।

अभियान का सफल संचालन विशेष मुख्य सचिव एमके यादव, पुलिस महानिरीक्षक अखिलेश कुमार सिंह, प्रमुख वन संरक्षक, उपायुक्त पुलक महंत और एसपी राजेन सिंह की अगुवाई में हुआ।

सरकार ने स्पष्ट किया है कि पुनः प्राप्त वनभूमियों में वनीकरण और प्राकृतिक आवास पुनर्स्थापना का कार्य शुरू होगा और भविष्य में किसी भी प्रकार के अतिक्रमण के विरुद्ध सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

हिन्दुस्थान समाचार / श्रीप्रकाश