राज्य सहकारी संघ व श्री गुरुराम राय विश्वविद्यालय के बीच अनुबंध
राज्य सहकारी संघ व श्री गुरुराम राय विश्वविद्यालय के बीच अनुबंध


देहरादून, 2 अगस्त (हि.स.)। उत्तराखंड राज्य सहकारी संघ व श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय ने एक अहम सहयोग समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। यह समझौता न केवल पारंपरिक उत्पादों को नया बाजार देगा, बल्कि आधुनिक कृषि, महिला सशक्तिकरण और जैविक विकास के क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

सहकारिता मंत्री धन सिंह रावत की मौजूदगी में यह अनुबंध देहरादून में आयोजित एक कार्यक्रम में किया गया। समझौते को राज्य की सहकारी व्यवस्था को सशक्त, समावेशी और आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक ऐतिहासिक फैसला माना जा रहा है। समझौते के तहत, उत्तराखंड रेशम फेडरेशन के पारंपरिक उत्पाद रेशमी शॉल, टोपी, मफलर, दीक्षांत गाउन आदि अब गुरु राम राय समूह के चिकित्सा एवं शैक्षणिक संस्थानों के दीक्षांत समारोहों में उपयोग किए जाएंगे। साथ ही, इन संस्थानों में इन उत्पादों के बिक्री केंद्र (आउटलेट) खोले जाएंगे, जिससे स्थानीय महिला समूहों, बुनकरों व कारीगरों को स्थायी रोजगार के अवसर मिलेंगे।

कृषि को बढ़ावा देने के लिए श्री गुरु राम राय संस्थान की अप्रयुक्त परिसंपत्तियों पर मॉडर्न एग्रीकल्चर ट्रेनिंग सेंटर की स्थापना की जाएगी और यहां काश्तकारों को आधुनिक खेती का प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। फूलों की खेती, बागवानी, मशरूम फार्मिंग, मधुमक्खी पालन, सीबी प्लांट, पॉलीहाउस, एग्रो प्रोसेसिंग यूनिट्स समेत अन्य गतिविधियों को भी बढ़ावा मिलेगा। इसके अलावा महिलाओं को हस्तशिल्प, विपणन और प्रसंस्करण में स्वरोजगार मिलने के साथ ही युवाओं को भी लाभ मिलेगा।

सहकारिता मंत्री धन सिंह ने कहा कि श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय जैसे शैक्षणिक-सामाजिक संस्थान के साथ यह साझेदारी केवल एक समझौता नहीं, बल्कि एक नवीन सहकारी दर्शन का आरंभ है। इस परियोजना से हम महिलाओं को आर्थिक रूप से स्वावलंबी, किसानों को तकनीकी रूप से दक्ष, और युवाओं को उद्यमशीलता की राह पर अग्रसर करने जा रहे हैं। गुरु राम राय विश्वविद्यालय जैसे सामाजिक-शैक्षणिक संस्थान के साथ जुड़कर हम सहकारिता को समाज के हर वर्ग तक पहुँचाने का प्रयास कर रहे हैं। समझौते को लेकर श्री गुंरु राम राय के महंत देवेंद्र दास से मुलाकात में प्रस्तावित योजनाओं का प्रस्तुतीकरण किया। उन्होंने योजना पर सहमति व्यक्त की और इसे सामाजिक उत्थान के लिए अत्यंत उपयोगी बताया और एक ठोस व्यवसाय योजना जल्द प्रस्तुत करने को कहा।

हिन्दुस्थान समाचार / विनोद पोखरियाल