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भीलवाड़ा, 2 अगस्त (हि.स.)। भीलवाड़ा की धार्मिक और सांस्कृतिक धरती पर तीन अगस्त को ऐतिहासिक आयोजन होने जा रहा है। आजाद नगर स्थित मनोकामना मंदिर से 100 फीट लंबी भव्य कांवड़ यात्रा निकाली जाएगी, जो हरणी महादेव मंदिर तक पहुंचेगी। इस अद्वितीय यात्रा का आयोजन बिहार नव दुर्गा सेवा समिति और पूर्वांचल जन चेतना समिति चैरिटेबल ट्रस्ट के संयुक्त तत्वावधान में किया जा रहा है।
इस यात्रा को लेकर आज एक बैठक आयोजित की गई, जिसमें यात्रा की तैयारियों का जायजा लिया गया और समिति सदस्यों ने समन्वय के साथ भव्य आयोजन की रूपरेखा तैयार की। पहली बार इतनी विशाल कांवड़ के साथ यात्रा होने जा रही है, जो श्रद्धालुओं और आमजन के लिए आकर्षण का केंद्र बन गई है।
पूर्वांचल समाज द्वारा पारंपरिक रूप से आयोजित की जाने वाली यह कांवड़ यात्रा भीलवाड़ा के विकास, सुख, समृद्धि और समाज की पहचान एवं स्वाभिमान का प्रतीक बन चुकी है। समाज के नेताओं का कहना है कि राजस्थान में आज पूर्वांचल समाज को विशेष सम्मान और पहचान प्राप्त हो रही है, और उनके धार्मिक-सांस्कृतिक आयोजनों में बड़ी भागीदारी देखी जा रही है।
समिति के सदस्यों ने बताया कि छठ पूजा, दुर्गा पूजा, नवरात्रि के डांडिया उत्सव और बसंत पंचमी पर मां सरस्वती की आराधना जैसे आयोजन पूर्वांचल समाज की सांस्कृतिक एकजुटता और अटूट आस्था को दर्शाते हैं। इन आयोजनों में समाज के प्रत्येक सदस्य का निस्वार्थ सहयोग और जनता का समर्थन प्रेरणादायक रहा है।
बिहार नव दुर्गा सेवा समिति के जगन्नाथ झा ने कहा, “यह यात्रा हमारी आध्यात्मिक चेतना और भगवान शिव के प्रति गहरी श्रद्धा का प्रतीक है।” वहीं पूर्वांचल जन चेतना समिति ट्रस्ट के संस्थापक अध्यक्ष रजनीश वर्मा ने बताया कि वर्ष 2017 से समिति समाज के उत्थान, धार्मिक आयोजन, सामाजिक सरोकार और सांस्कृतिक विकास के लिए सतत प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि आज समाज को न केवल सामाजिक पहचान मिली है, बल्कि सामाजिक-आर्थिक स्वीकार्यता और राजनीतिक सम्मान भी प्राप्त हो चुका है।
समिति सदस्य आकाश झा और फूल झा ने बताया कि यह यात्रा पूर्वांचल समाज की एकता और भाईचारे का जीवंत प्रमाण है। यह आयोजन न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से बल्कि सामाजिक समरसता और सांस्कृतिक गौरव को सुदृढ़ करने के लिए भी अत्यंत महत्वपूर्ण है।
हरणी महादेव मंदिर परिसर में यात्रा के समापन के बाद सभी श्रद्धालुओं को भोजन प्रसादी वितरित की जाएगी। आयोजन को सफल बनाने में अनेक सदस्यों का योगदान रहा, जिनमें प्रमुख रूप से जगन्नाथ झा, अरुण ठाकुर, ललित झा, कृष्ण नंद ठाकुर, प्रमोद झा, शक्तिनाथ ठाकुर, रघुनन्दन चैधरी, कन्हैया नंद झा, सुमन झा, लीलाकांत झा, ललन झा, अवधेश कुमार मिश्रा, आकाश झा, फूल कुमार झा, राजेश गुप्ता, त्रिपुरारी झा और रीतेश झा शामिल रहे।
अंत में समिति के सदस्य आकाश झा ने कहा कि ट्रस्ट के संस्थापक अध्यक्ष के दूरदर्शी नेतृत्व और आप सभी के समर्पण से यह यात्रा लगातार सफल हो रही है। पूर्वांचल की समृद्ध परंपराओं को भीलवाड़ा की भूमि पर जीवंत बनाना और सामाजिक सौहार्द को बढ़ावा देना ट्रस्ट का मुख्य उद्देश्य है।
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हिन्दुस्थान समाचार / मूलचंद