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सेना के साथ मिलकर व्यवस्थाओं में निभाई थी महत्वपूर्ण भूमिका
जोधपुर, 18 अगस्त (हि.स.)। ऑपरेशन सिंदूर में सूर्यनगरी से सेना ने ही नहीं बल्कि यहां के प्रशासनिक अधिकारियों ने भी अदम्य साहस का परिचय दिया। जोधपुर की संभागीय आयुक्त डॉ. प्रतिभा सिंह एवं जिला कलेक्टर गौरव अग्रवाल ने इस ऑपरेशन के दौरान देशहित में अदम्य साहस का परिचय दिया। साथ ही उन्होंने ऑपरेशन के दौरान सेना के साथ व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने में भी अहम भूमिका निभाई। इसके लिए दोनों को चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा।
दरअसल ऑपरेशन सिंदूर में अदम्य साहस दिखाने वाले देश के 418 आर्मी स्टाफ को सेना प्रमुख (सीओएएस) प्रशस्ति पत्र पुरस्कार से नवाजा जाएगा। इनके अतिरिक्त इस ऑपरेशन के दौरान सेना के साथ अन्य व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले भारतीय प्रशासनिक सेवा के दस और भारतीय पुलिस सेवा के 19 अफसरों को भी विजेताओं की सूची में शामिल किया गया है। इस सूची में राजस्थान के तीन आईएएस, एक आईपीएस और सेना के दो अधिकारी शामिल हैं।
जोधपुर की संभागीय आयुक्त डॉ. प्रतिभा सिंह, जोधपुर कलेक्टर गौरव अग्रवाल, चूरू कलेक्टर अभिषेक सुराना और बाड़मेर एसपी नरेंद्र सिंह मीणा को यह पुरस्कार दिया जाएगा। इनके अतिरिक्त आर्मी स्टाफ की सूची में बीकानेर बीएसएफ के महेंद्र सिंह और महेशचंद जाट भी शामिल किए गए हैं।
सेना के साथ मिलकर दिखाई थी प्रशासनिक कुशलता
असल में चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ का यह पुरस्कार वीरता और विशिष्ट सेवा के लिए प्रदान किया जाता है। यह सेना के अतिरिक्त उन सिविलियंस को भी दिया जाता है जिन्होंने ऐसी विकट परिस्थितियों में देशहित में अदम्य साहस का परिचय दिया हो। इसमें प्रशस्ति पत्र के अतिरिक्त बैज और पदक भी प्रदान किया जाता है। राजस्थान के लिए एकमात्र महिला अधिकारी प्रतिभा सिंह सहित छह अधिकारियों को यह सम्मान मिलना प्रदेश के लिए गौरव का क्षण है। आने वाले समय में सेना परिसर में आयोजित होने वाले समारोह में इन्हें नवाजा जाएगा।
हिन्दुस्थान समाचार / सतीश