डीजीपी  राजीव शर्मा ने प्रदेश के पुलिस अधिकारियों से किया संवाद
जयपुर, 13 अगस्त (हि.स.)। पुलिस महानिदेशक राजस्थान राजीव कुमार शर्मा की अध्यक्षता में बुधवार को पुलिस मुख्यालय स्थित सभागार में नए आपराधिक कानूनों के प्रवर्तन एवं प्रदेश की कानून-व्यवस्था विषयक राज्य स्तरीय वीडियो कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया। पुलिस
डीजीपी  राजीव शर्मा ने प्रदेश के पुलिस अधिकारियों से किया संवाद


जयपुर, 13 अगस्त (हि.स.)। पुलिस महानिदेशक राजस्थान राजीव कुमार शर्मा की अध्यक्षता में बुधवार को पुलिस मुख्यालय स्थित सभागार में नए आपराधिक कानूनों के प्रवर्तन एवं प्रदेश की कानून-व्यवस्था विषयक राज्य स्तरीय वीडियो कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया।

पुलिस महानिदेशक शर्मा ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के दौरान विभिन्न थानों के कॉन्स्टेबल्स, थाना अधिकारियों, वृत्त अधिकारियों, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, पुलिस अधीक्षक एवं संबंधित रेंज महानिरीक्षकों से समीक्षात्मक चर्चा की। शर्मा ने प्रदेश में कानून-व्यवस्था, नवीन आपराधिक कानूनों के सुचारू क्रियान्वयन, प्रकरणों के 60 व 90 दिवस की अवधि में समयबद्ध निस्तारण के संबंध में की जा रही कार्रवाई की समीक्षा की। उन्होंने विधि विज्ञान विशेषज्ञ द्वारा घटनास्थल निरीक्षण, ई-साक्ष्य के संकलन, ई-सम्मन तामिल की प्रक्रिया, जीरो तथा ई-एफआईआर के पंजीकरण एवं प्रेषण के साथ संगठित अपराध से संबंधित धाराओं पर कार्रवाई के बारे में जानकारी ली। इसी प्रकार आपराधिक सम्पत्ति की कुर्की एवं जब्ती, धारा 107 बीएनएसएस के तहत की गई कार्रवाई की समीक्षा, उद्घोषित अपराधियों के विरुद्ध कार्रवाई-अनुपस्थिति में जांच एवं विचारण (धारा 356 बीएनएसएस) की प्रगति पर चर्चा की। इस दौरान डीजीपी शर्मा ने क्राई-मैक पोर्टल के उपयोग के संबंध में चर्चा के साथ—साथ ऑनलाइन एमएलसी एवं फिंगर प्रिंट डेटा, गिरफ्तार व्यक्तियों के फिंगर प्रिंट अपलोड करने, घटनास्थल से चान्स प्रिंट का संकलन एवं मिलान की स्थिति आदि पुलिसिंग व विधिक विषयों पर गहन समीक्षा करते हुए आवश्यक दिशा निर्देश दिए।

वीडियो कॉन्फ्रेंस का प्रथम सत्र सुबह 11 से 11.30 बजे तक थाना स्तर तक के अधिकारियों एवं कॉन्स्टेबलों से संवाद के लिए आयोजित किया गया, जिसमें महानिदेशक पुलिस ने सभी को नवीन आपराधिक कानूनों के प्रभावी क्रियान्वयन, त्वरित निस्तारण, तकनीकी संसाधनों के उपयोग एवं जन-विश्वास सुदृढ़ करने के निर्देश दिए। वहीं द्वितीय सत्र 11.40 बजे से दोपहर 2.30 बजे तक आयोजित किया गया, जिसमें उपायुक्त, पुलिस अधीक्षक एवं आयुक्त/रेंज महानिरीक्षक पुलिस के साथ विस्तृत, गहन एवं व्यापक मंथन करते हुए राजस्थान पुलिस के विभिन्न कार्यों की समीक्षा के साथ ही साथ पेंडेंसी प्रकरणों की समीक्षा करते हुए विशेष रूप से एनडीपीएस एक्ट के लंबित मामलों, धारा 27ए एवं 30, धारा 68एफ, पिट एनडीपीएस एक्ट की कार्यवाही, तथा सक्रिय हार्डकोर अपराधियों के विरुद्ध की गई कार्रवाई इत्यादि पर चर्चा करते हुए महत्वपूर्ण निर्देश दिए गए।

इस दौरान पुलिस महानिदेशक राजस्थान राजीव कुमार शर्मा ने सभी पुलिस अधिकारियों को निर्देशित किया कि नवीन विधानों एवं तकनीकी संसाधनों का कुशलतम उपयोग करते हुए प्रभावी अपराध नियंत्रण, शीघ्र विवेचना, और अपराधियों के विरुद्ध त्वरित एवं कठोर कार्यवाही सुनिश्चित की जाए। उन्होंने यह भी कहा कि पुलिस बल का प्रत्येक सदस्य विधि के शासन एवं कानून-व्यवस्था की कड़ाई से पालना कराने के साथ-साथ जनता के साथ सहभागिता निभाते हुए प्रदेश में शांति व सौहार्द का वातावरण बनाए रखने के लिए पुलिस मैत्री स्थापित करते हुए सद् व्यवहार बनाए। उन्होंने नवीन आपराधिक कानूनों के प्रति जागरूकता पैदा करने के संबंध में भी विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए।

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हिन्दुस्थान समाचार / दिनेश