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जयपुर, 11 अगस्त (हि.स.)। बारिश के दौरान निगम शहर में जर्जर भवनों को तोडऩे का काम कर रहा है, लेकिन इसी बीच निगम प्रशासन अपने मुख्यालय भवन की सुध लेना भूल गया है। यहीं वजह है कि सोमवार को मुख्यालय भवन की छत का प्लास्टर नीचे आ गिरा। गनीमत रही कि वहां पर मौजूद किसी भी लोगों को चोट नहीं आई। मौके पर मौजूद लोगों और गार्ड ने भागकर अपनी जान बचाई। हेरिटेज निगम मुख्यालय के हालात बद से बदतर स्थिति में आ चुके हैं।
सोमवार को नगर निगम मुख्यालय में कमिश्नर निधि पटेल के कमरे के बाहर जर्जर हो चुकी छत टूटकर गिर गई। जिसके बाद छत पर लगे सरिये दिखने लगे। इस दौरान वहां मौजूद तीन होमगार्ड और ठेकेदारों ने भाग कर अपनी जान बचाई। दरअसल, आम दिनों की तरह नगर निगम मुख्यालय में कमिश्नर निधि पटेल ऑफिस के बाहर तीन गार्ड बैठे हुए थे। लेकिन दोपहर 3 बजकर 36 मिनट पर अचानक निगम कमिश्नर के ऑफिस के बाहर छत का प्लास्टर गिर गया। इसके बाद वहां मौजूद तीन गार्ड और कुछ फरियादियों ने भागकर अपनी जान बचाई। इस हादसे ने निगम प्रशासन के दावों की पोल खोल कर रख दी है।
कांग्रेसी पार्षद दशरथ सिंह शेखावत ने कहा निगम के हालात पूरी तरह से बिगड़ चुके हैं। यहां पर पोपा बाई के राज में जर्जर इमारत आम जनता और निगम कर्मचारियों पर गिर रही है। लेकिन कहीं कोई सुनवाई नहीं हो रही है। पिछले दिनों में इस मुद्दे को पुरजोर तरीके से उठ चुका हूं। तब डिप्टी मेयर के ऑफिस की फॉल सिलिंग गिरी थी। अब तक निगम मुख्यालय का रिनोवेशन शुरू नहीं हो पाया है। इसकी वजह से यहां पर काम करने वाले अधिकारी और कर्मचारियों के साथ ही हर दिन सैकड़ों की संख्या में आने वाली जनता की जान जोखिम में है। ऐसे में सरकार से अपील करता हूं कि जल्द से जल्द इस पूरे मामले पर संज्ञान ले और बदहाल स्थिति में पहुंच चुके मुख्यालय की हालत को सुधारे। क्योंकि मेयर यहां कोई काम नहीं कर रही है, न ही पार्षदों की सुनवाई कर रही है।
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हिन्दुस्थान समाचार / राजेश