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बरेली, 11 अगस्त (हि.स.)। सहकारी बैंक शाखा फरीदपुर में करोड़ों के गबन के मामले में फरार चल रहा निलंबित शाखा प्रबंधक गौरव वर्मा आखिरकार पुलिस के हत्थे चढ़ गया। किसानों और विधवाओं के खातों से सरकारी योजनाओं की रकम हड़पने के आरोप में वांछित गौरव को रविवार रात करीब साढ़े आठ बजे काेतवाली फरीदपुर पुलिस ने इलाके से गिरफ्तार किया है।
निरीक्षक अपराध रविन्द्र कुमार नैन ने बताया कि करीब 1.31 करोड़ रुपये के इस गबन में गौरव के साथ बैंककर्मी चंद्र प्रकाश, दीपक पांडे और मुकेश कुमार गंगवार भी शामिल हैं। जांच में खुलासा हुआ कि आरोपिताें ने किसान सम्मान निधि और विधवा पेंशन की राशि निकालने के लिए 550 फर्जी खाते खोले और उन्हें गलत आधार नंबर से लिंक कर दिया। इन खातों से करीब 90 लाख रुपये निकाल लिए गए।
गौरव ने पूछताछ में माना कि मई 2022 में शाखा प्रबंधक बनने के बाद उसने लिपिक चंद्र प्रकाश के कहने पर अपना सिस्टम आईडी-पासवर्ड उसे दे दिया था। उसके आने से पहले ही पूर्व शाखा प्रबंधक मुकेश गंगवार के कार्यकाल में करीब 40-45 लाख रुपये का गबन हो चुका था। फिलहाल बैंक में करीब 60 लाख रुपये ही शेष हैं।
मामला आठ जुलाई को तब सामने आया, जब जिला सहकारी बैंक लिमिटेड के वरिष्ठ सहायक अंकित कुमार ने थाने में तहरीर दी। निरीक्षक अपराध रविन्द्र कुमार नैन, उपनिरीक्षक लोकेश तोमर और कांस्टेबल महेश की टीम ने गौरव को गिरफ्तार किया। पुलिस अब बाकी आरोपितों की तलाश में जुटी है और बैंक के सभी वित्तीय लेनदेन की बारीकी से जांच कर रही है।
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हिन्दुस्थान समाचार / देश दीपक गंगवार