Enter your Email Address to subscribe to our newsletters
जम्मू, 1 अगस्त (हि.स.)। डोगरा फ्रंट और शिव सेना के कार्यकर्ताओं ने अशोक गुप्ता के नेतृत्व में चीनी मांझा (गट्टू) के खिलाफ जम्मू शहर में एक विशाल रैली निकाली, जिसके कारण लोगों की जान चली गई और लोग घायल हो गए। चाइनीज पतंग की डोर सिर्फ जम्मू ही नहीं बल्कि देशव्यापी समस्या है। सीमा पर ही कार्रवाई की जाए ताकि यह बिक्री के लिए शहरों तक न पहुंच सके।
उन्होंने आगे कहा कि जम्मू में चाइनीज पतंग मांझे से दुर्घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं। चाइनीज पतंग मांझे के संपर्क में आने से लोगों की नाक, आंखें, गर्दन और उंगलियां कट रही हैं। हाल ही में 37 वर्षीय व्यक्ति साहिल कुमार की दुखद मौत जिसका गला जम्मू-अखनूर फ्लाईओवर पर प्रतिबंधित चीनी नायलॉन धागे जिसे आमतौर पर गट्टू या चीनी मांजा के नाम से जाना जाता है से कट गया था ने शहर को सदमे में डाल दिया है।
यह हृदय विदारक घटना प्रशासन की लगातार विफलता को उजागर करती है। प्रतिबंधित चीनी गट्टू डोर कांच के कणों से लेपित सिंथेटिक धागा जम्मू और उसके उपनगरों में एक बार-बार होने वाला खतरा बन गया है खासकर रक्षा बंधन और जन्माष्टमी जैसे त्योहारी सीजन के दौरान। उन्होंने आगे कहा कि हर साल शहर में पतंग उड़ाने की गतिविधियों में वृद्धि देखी जाती है पूरे जम्मू में छतें पतंग प्रेमियों के लिए युद्ध का मैदान बन जाती हैं।
जिनमें से कई जिनमें बच्चे भी शामिल हैं अनजाने या लापरवाही से इस प्रतिबंधित धागे का उपयोग करते हैं। अपनी पत्नी के साथ मोटरसाइकिल पर सवार होकर कमाने वाले साहिल कुमार की दुखद मौत इस खतरनाक प्रथा के घातक परिणामों की याद दिलाती है।
हिन्दुस्थान समाचार / रमेश गुप्ता