बीटीयू और सीईईआरआई, पिलानी के बीच अकादमिक और अनुसंधान सहयोग के लिए हुआ एमओयू
बीटीयू और सीईईआरआई, पिलानी के बीच अकादमिक और अनुसंधान सहयोग हेतु हुआ एमओयू


बीकानेर, 1 अगस्त (हि.स.)। बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय (बीटीयू) और केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिकी इंजीनियरिंग अनुसंधान संस्थान (सीएसआईआर-सीईईआरआई) पिलानी के बीच महत्वपूर्ण अकादमिक और अनुसंधान सहयोग के लिए समझौते पर हस्ताक्षर किए गए। उल्लेखनीय है कि इस एमओयू के लिए प्रारंभिक सहमति 7 जुलाई 2025 को हुई थी, जब बीटीयू का एक पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल बीटीयू के कुलगुरु प्रो. अखिल रंजन गर्ग के नेतृत्व में सीईईआरआई पिलानी गया था। इस प्रतिनिधिमंडल में इंजीनियरिंग कॉलेज बीकानेर के प्राचार्य ओ. पी. जाखड़, डॉ. गणेश प्रजापत, डॉ. ऋतुराज सोनी, रानू लाल चौहान और डॉ. राजकुमार चौधरी शामिल थे।

इस एमओयू के माध्यम से दोनों संस्थानों के बीच अनुसंधान कार्यक्रम, संयुक्त परियोजनाएं, छात्रों की इंटर्नशिप, तकनीकी सहयोग एवं शैक्षणिक आदान-प्रदान को बढ़ावा मिलेगा। इससे न केवल छात्रों को लाभ मिलेगा, बल्कि फैकल्टी के लिए भी शोध व नवाचार के नए द्वार खुलेंगे।

बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय (बीटीयू) और सीएसआईआर-सीईईआरआई, पिलानी के बीच हुए इस समझौते से बीटीयू के छात्रों को अनेक स्तरों पर महत्वपूर्ण लाभ प्राप्त होंगे। विश्वविद्यालय के स्नातक,स्नातकोत्तर एवं शोधार्थियों को अब राष्ट्रीय स्तर की उन्नत अनुसंधान प्रयोगशाला सीईईआरआई में इंटर्नशिप, प्रोजेक्ट्स एवं शोध कार्य करने के अवसर मिलेंगे। इस साझेदारी के माध्यम से छात्रों को अत्याधुनिक प्रयोगशालाओं तक सीधी पहुँच मिलेगी, जिससे वे व्यावहारिक शिक्षा, तकनीकी दक्षता तथा नवाचार क्षमताओं को और अधिक विकसित कर सकेंगे।

सीईईआरआई के वरिष्ठ वैज्ञानिकों द्वारा बीटीयू परिसर में तकनीकी व्याख्यान, मार्गदर्शन सत्र और कार्यशालाएं आयोजित की जाएंगी, जिससे विद्यार्थियों को विशेषज्ञों से प्रत्यक्ष ज्ञान प्राप्त होगा। इसके अतिरिक्त, दोनों संस्थानों के छात्र व फैकल्टी संयुक्त रूप से अनुसंधान परियोजनाओं, पेटेंट कार्यों और तकनीकी विकास गतिविधियों में भाग ले सकेंगे। अनुसंधान एवं नवाचार के क्षेत्र में यह सहयोग स्मार्ट सिस्टम्स, एम्बेडेड इलेक्ट्रॉनिक्स, सेंसर टेक्नोलॉजी, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तथा साइबर-फिजिकल सिस्टम्स जैसे अत्याधुनिक विषयों को शामिल करेगा।

बीटीयू और सीईईआरआई मिलकर राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय अनुसंधान निधि परियोजनाओं में भी भागीदारी करेंगे। इस समझौते के अंतर्गत दोनों संस्थानों के शोधार्थी शोध प्रकाशन, पेटेंट फाइलिंग एवं नवप्रवर्तन उत्पाद विकास में भी संयुक्त प्रयास करेंगे। यह सहयोग न केवल छात्रों के लिए अवसरों के नए द्वार खोलेगा, बल्कि विश्वविद्यालय के शोध व अकादमिक वातावरण को भी सशक्त बनाएगा।

कुलगुरु प्रो. अखिल रंजन गर्ग ने इस अवसर पर कहा कि यह समझौता न केवल बीटीयू के छात्रों के लिए एक सुनहरा अवसर है, बल्कि विश्वविद्यालय के शोध एवं अकादमिक वातावरण को नई ऊँचाइयों तक ले जाएगा।

वहीं निदेशक प्रो. पी. सी. पंचारिया ने इस सहयोग को देश की तकनीकी प्रगति और सामाजिक उपयोगिता की दिशा में एक सकारात्मक कदम बताया।

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हिन्दुस्थान समाचार / राजीव