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लंदन, 9 जुलाई (हि.स.)। भारत की समुद्री क्षमताओं को वैश्विक मंच पर उजागर करने और विदेशी निवेशकों को आकर्षित करने के लिए लंदन के इंडिया हाउस में मंगलवार को आयोजित हुए 'भारत समुद्री निवेश सम्मेलन 2025' में उद्योग जगत के विशेषज्ञ, सरकारी प्रतिनिधि और निवेशक भी शामिल हुए। यह जानकारी केंद्रीय पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्रालय के एक्स पोस्ट में दी गई।
इस कार्यक्रम की शुरुआत यूके में भारत के उच्चायुक्त विक्रम के. दोरईस्वामी के उद्घाटन भाषण से हुई। इसके बाद भारत के समुद्री जल संसाधन मंत्रालय के सचिव टी.के. रामचंद्रन और संयुक्त सचिव आर. लक्ष्मणन ने भारत समुद्री सप्ताह और देश की भविष्य की समुद्री योजनाओं पर अपनी बात रखी।
सम्मेलन के दौरान चार विषयों पर गहराई से चर्चा हुई- भारत में जहाज निर्माण और रीसाइक्लिंग का बढ़ता इकोसिस्टम, भारतीय बंदरगाहों में निवेश के अवसर, नौवहन क्षेत्र का विस्तार और उसे वैश्विक भूमिका में लाने की योजना, और अंत में समुद्री क्षेत्र को आगे बढ़ाने वाले फाइनेंसिंग मॉडल।
इस आयोजन में बताया गया कि कैसे भारत की समुद्री नीतियां अब निवेशकों के लिए नए अवसर खोल रही हैं और देश के बंदरगाहों और जलमार्गों को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाया जा रहा है।
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हिन्दुस्थान समाचार / prashant shekhar