श्री कैलख ज्योतिष एवं वैदिक संस्थान ट्रस्ट की महत्वपूर्ण बैठक श्रीनगर में सम्पन्न
श्रीनगर, 8 जुलाई (हि.स.)। श्री कैलख ज्योतिष एवं वैदिक संस्थान ट्रस्ट की एक महत्वपूर्ण बैठक आज श्रीनगर में ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत रोहित शास्त्री की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। बैठक में देववाणी संस्कृत के संरक्षण, संवर्धन एवं प्रचार-प्रसार के लिए आगामी
टरसट की बैठक में भाग लेते हुए सदसय ्््


श्रीनगर, 8 जुलाई (हि.स.)। श्री कैलख ज्योतिष एवं वैदिक संस्थान ट्रस्ट की एक महत्वपूर्ण बैठक आज श्रीनगर में ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत रोहित शास्त्री की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। बैठक में देववाणी संस्कृत के संरक्षण, संवर्धन एवं प्रचार-प्रसार के लिए आगामी योजनाओं पर विस्तार से चर्चा की गई।

बैठक का मुख्य उद्देश्य प्रदेश तथा राष्ट्रीय स्तर पर संस्कृत भाषा को जीवन के विविध क्षेत्रों से जोड़ते हुए इसे जन-जन तक पहुंचाना था। अध्यक्ष महंत रोहित शास्त्री ने कहा कि “संस्कृत केवल एक भाषा नहीं, बल्कि हमारी संस्कृति, परंपरा और वैदिक ज्ञान का आधार है। आज आवश्यकता है कि इसे शैक्षणिक, सामाजिक और आध्यात्मिक जीवन का अभिन्न अंग बनाया जाए।”

बैठक में यह निर्णय लिया गया कि ट्रस्ट आगामी महीनों में संस्कृत से संबंधित कई नवाचारात्मक कार्यक्रम आयोजित करेगा जिनमें संस्कृत संवाद शिविर, विद्यालयों-महाविद्यालयों में संस्कृत जागरूकता अभियान, संस्कृत प्रतियोगिताएं एवं वेद-पाठ कार्यशालाएं प्रमुख रहेंगी। साथ ही डिजिटल माध्यमों के जरिये संस्कृत को युवा वर्ग तक पहुँचाने हेतु सोशल मीडिया, ऑनलाइन वेद-पाठ सत्र एवं वेबिनार का आयोजन किया जाएगा।

इस अवसर पर ट्रस्ट के वरिष्ठ ट्रस्टी आर.के. छिब्बर ने ट्रस्ट की अब तक की गतिविधियों पर प्रकाश डाला और कहा कि संस्था निरंतर प्रयासरत है कि संस्कृत भाषा को केवल शास्त्रों तक सीमित न रखकर व्यवहारिक जीवन में भी स्थान दिलाया जाए। निगम गुप्ता, डॉ. संजय शर्मा, चार्टर्ड अकाउंटेंट विनय जामवाल, सुनील शर्मा एवं रोहित जंडियाल ने भी अपने विचार व्यक्त किए और संस्कृत प्रचार हेतु ठोस योजनाएं प्रस्तुत कीं।

बैठक के अंत में सभी सदस्यों ने एकमत से यह संकल्प लिया कि श्री कैलख ज्योतिष एवं वैदिक संस्थान ट्रस्ट आने वाले समय में संस्कृत के प्रचार-प्रसार हेतु सभी संभावित माध्यमों से कार्य करता रहेगा और समाज में इस देववाणी के महत्व को पुनर्स्थापित करने हेतु कटिबद्ध रहेगा।

हिन्दुस्थान समाचार / अमरीक सिंह