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नई दिल्ली, 6 जुलाई (हि.स.)। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने आज दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता की मौजूदगी में विज्ञान भवन में एक कार्यक्रम में 1,388 नर्सों और 41 पैरामेडिकल स्टाफ को नियुक्ति पत्र वितरित किए और आयुष्मान भारत पंजीकरण वैन को हरी झंडी दिखाई।
इस मौके पर दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री पंकज कुमार सिंह, पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा, समाज कल्याण मंत्री रविंद्र इंद्राज सिंह, भाजपा सांसद प्रवीण खंडेलवाल, रामवीर सिंह बिधूड़ी, बांसुरी स्वराज, सहित विधायक मौजूद रहे।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने कार्यक्रम को संबोधित कहा कि आज दिल्ली के लिए बहुत बड़ा दिन है और पंद्रह साल बाद यहां स्थायी नौकरियों के नियुक्ति पत्र दिए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री-आयुष्मान भारत स्वास्थ्य अवसंरचना मिशन के तहत केंद्र सरकार ने 2021 से फरवरी 2025 के बीच दिल्ली को 1700 करोड़ रुपये दिए थे, लेकिन एक पैसा भी तत्कालीन आम आदमी पार्टी से खर्च नहीं हुआ। जन कल्याण के लिए इस फंड के खर्च की जिम्मेदारी अब दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के कंधों पर आ गई है।
जेपी नड्डा ने कहा कि केंद्र सरकार 2017 से दिल्ली के हर गरीब के इलाज के लिए पांच लाख रुपए लेकर तैयार थी, लेकिन पिछली सरकार इसे न लेकर गरीबों के साथ अन्याय किया। दिल्ली में अब डबल इंजन की सरकार आने के बाद गरीबों को डबल फायदा मोदी सरदार दे रही है।
मुख्यमंत्री ने सभी नवनियुक्त नर्सों और स्वास्थ्य कर्मियों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि यह केवल एक नौकरी नहीं, यह सेवा का अवसर, संकल्प का सम्मान और राष्ट्र के प्रति उत्तरदायित्व है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली सरकार द्वारा 1,388 नर्सों और 41 पैरामेडिकल कर्मियों को स्थायी नियुक्ति पत्र प्रदान किए गए। साथ ही आयुष्मान भारत पंजीकरण वैन का लोकार्पण कर ‘स्वस्थ भारत’ के संकल्प को जन-जन तक पहुंचाने की दिशा में एक और सशक्त कदम उठाया गया।
उन्होंने कहा कि इन नियुक्तियों से न केवल दिल्ली की स्वास्थ्य व्यवस्था को नई ऊर्जा मिली है, बल्कि उन सैकड़ों परिवारों के सपनों को पंख मिले हैं जिनकी आँखों में वर्षों से बस यही एक प्रतीक्षा पल रही थी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राजधानी के प्रमुख अस्पतालों में नियुक्त हुईं ये नर्सें सेवा का जीवंत स्वरूप और हमारे चिकित्सा तंत्र की आत्मा हैं। आज उन्हें जो नियुक्ति मिली है, वह उनके वर्षों के परिश्रम, तप और समर्पण को राष्ट्रीय मान्यता है।
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हिन्दुस्थान समाचार / धीरेन्द्र यादव